हत्यारोपी बंदी की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा

मंडलीय चिकित्सालय के मौर्चरी पर पंचनामा के दौरान बंदी के शरीर पर चोट के निशान देखकर परिवार के लोगों ने जमकर हंगामा किया। नाराज परिजन जेल प्रशासन पर बंदी की मारपीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jan 2020 06:54 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jan 2020 10:55 PM (IST)
हत्यारोपी बंदी की मौत पर  परिजनों ने किया हंगामा
हत्यारोपी बंदी की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मंडलीय चिकित्सालय के मोर्चरी पर पंचनामा के दौरान बंदी के शरीर पर चोट के निशान देखकर परिवार के लोगों ने जमकर हंगामा किया। नाराज परिजन जेल प्रशासन पर बंदी की मारपीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि संजय की मौत बीमारी से नहीं बल्कि बंदी रक्षकों की पिटाई से हुई है। जिसे जेल प्रशासन दबाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने पूरे मामले की न्यायिक जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। हंगामे को देखे हुए डीएम ने डिप्टी कलेक्टर की निगरानी में शव का पंचनामा कराने का निर्देश दिया।

परिजनों ने कहा कि गुरुवार की रात जेल प्रशासन ने रात करीब साढ़े आठ बजे सूचना दी कि संजय की बीमारी के चलते मंडलीय चिकित्सालय में मौत हो गई है। जब वह लोग मंडलीय चिकित्सालय गए तो बताया गया कि संजय की मौत अस्पताल में नहीं बल्कि जिला जेल में ही हो गई थी। यह सुनकर किसी अनहोनी की आशंका होने लगी। सुबह जेल में उनके भाई बच्चा से मिलने गए तो उन्होंने बताया कि संजय के साथ अनहोनी हो गई है। पुलिस ने उनको घेर रखा था जिससे वे कुछ नहीं बता सके। सुबह मोर्चरी पर जब उनका पंचनामा किया जा रहा था देखा गया कि उनके पीट और कमर के नीचे चोट के निशान थे। इससे लगा कि डंडे से उनकी जमकर पिटाई की गई है जिससे उनकी मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही अस्पताल चौकी की पुलिस वहां पहुंच गई और परिजनों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। वीडियोग्राफी के साथ दो डाक्टरों के पैनल ने किया बंदी का पोस्टमार्टम

बंदी की मौत पर मचे बवाल को देखते हुए जिला प्रशासन ने डिप्टी कलेक्टर की निगरानी में शव का पंचनामा कराया। साथ ही वीडियोंग्राफी के साथ दो डाक्टरों के पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराने को कहा। इनसेट

गिरफ्तारी के दिन मौत हुई तो जेल जाने वाले दिन जलाया गया।

मीरजापुर : शहर कोतवाली क्षेत्र के कोतवाली रोड निवासी संजय मौर्या आज से ठीक एक साल पहले 10 जनवरी 2019 को माली की हत्या के आरोप में जेल भेजा गया था। गिरफ्तारी के दिन उसकी मौत हो गई जबकि जेल जाने वाले दिन जलाया गया। यह बात और है कि उसकी मौत कैसे हुई इसका खुलासा तो जांच के बाद ही पता चलेगा। उसकी मौत होने पर परिवार के छोटे छोटे बच्चे रोते बिलखते रहे।

शहर कोतवाली क्षेत्र के कोतवाली रोड निवासी संजय कुमार मौर्या 40 का लोहंदी निवासी त्रिलोकीनाथ से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों के बीच कई बार कब्जे को लेकर मारपीट भी हो चुकी थी। एक दिन संजय ने त्रिलोकी की हत्या करने के लिए एक पंफलेट बाजार में बांटा था। जिसमें उसने उसकी हत्या करने की तारीख तय कर दी थी। लेकिन पुलिस प्रशासन ने उसके इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया और आठ जनवरी 2019 को उसने अपने भाई बच्चा मौर्या के साथ मिलकर कोतवाली के बगल में माला फूल की दुकान लगाने वाले माली त्रिलोकी नाथ की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। बीच बचाव में आए एक पान के दुकानदार को भी गोली मारकर घायल कर दिया था। पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा उन्हें गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया तो कोर्ट ने दस जनवरी को दोनों को जेल भेज दिया था। वर्जन

मेरे निगरानी में शव का पंचनामा कराया गया है। वीडियोग्राफी के साथ दो डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। परिजनों का जो आरोप है उसकी पूरी जांच की जाएगी कि उनके आरोप में कितनी सत्यता है। जांच में उनका आरोप सत्य पाया गया तो दोषियों पर कार्रवाई भी होगी।

- सुरेंद्र कुमार सिंह डिप्टी कलेक्टर

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