पर्यावरण संजीवनी देने को साढ़े नौ लाख पौधे तैयार

पर्यावरण को हरा भरा रखने के लिए शासन से इस बार मड़िहान वन रेंज में कुल साढ़े नौ लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा है। फलदार छायादार सजावटी तथा औषधीय पौधों की कुल 32 प्रजातियों के साढ़े नौ लाख पौधे तैयार किए गए हैं। यह पहाड़ी क्षेत्र में लहलहाते हुए पर्यावरण को शुद्ध तो बनाएंगे साथ ही मानव जीवन भी सुखमय कर देंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 06:02 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 10:01 PM (IST)
पर्यावरण संजीवनी देने को साढ़े नौ लाख पौधे तैयार
पर्यावरण संजीवनी देने को साढ़े नौ लाख पौधे तैयार

जासं, मड़िहान (मीरजापुर) : पर्यावरण को हरा भरा रखने के लिए शासन से इस बार मड़िहान वन रेंज में कुल साढ़े नौ लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा है। फलदार, छायादार, सजावटी तथा औषधीय पौधों की कुल 32 प्रजातियों के साढ़े नौ लाख पौधे तैयार किए गए हैं। यह पहाड़ी क्षेत्र में लहलहाते हुए पर्यावरण को शुद्ध तो बनाएंगे साथ ही मानव जीवन भी सुखमय कर देंगे।

वनों के लगातार कटान और क्रशर प्लांटों से निकलने वाले धूल कण जिस प्रकार पर्यावरण को हानि पहुंचा रहे हैं वहीं बड़े स्तर पर पौधारोपण से निश्चित तौर पर पर्यावरण का संवर्धन होगा। मड़िहान वनरेंज के राजापुर गांव में झरी नर्सरी पर तैनात वन दारोगा रामसुरेश शुक्ल द्वारा इसकी देखभाल और रखरखाव की जा रही है। पौधों को बचाने के लिए सात तालाब भी तैयार किए गए हैं जो जल संरक्षण का जीवंत उदाहरण हैं। वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि इस नर्सरी में दो विदेशी प्रजाति के बांस तैयार किए गए हैं। बम्बूसा बालाकोआ तथा बम्बूसा बम्बोस की यह प्रजातियां काफी फायदेमंद हैं। इससे क्षेत्र के लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी और नई कलाकृतियां सामने आएंगी।

इन प्रजातियों के पौधे तैयार

नर्सरी में कुल 32 प्रजातियों के साढ़े नौ लाख पौधे तैयार हैं। इनमें मुख्य रूप से शीशम, सागौन, आंवला, इमली, अमरुद, शहजन, चिरौंजी, हर्र, बहेड़ा, महुआ, जामुन, कटहल, नींबू, बेल, पेल्ट्रोफोरम, गम्हार, पारिजात और लाभकारी अर्जुन के पौधे शामिल हैं।

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