अधर में लटका मुआवजा किसानों में बढ़ा आक्रोश

राष्ट्रीय राजमार्ग सात पर टेंगरा मोड़ से हनुमना बार्डर तक फोरलेन मार्ग चौड़ी करण में किसानों व भूस्वामियों द्वारा आवश्यक कागजात जमा करने के बाद भी मुआवजा वितरण में अनियमितता बरतने, कुछ गांवों का अवार्ड नहीं करने व आवंटन हुए गांव का नकल नहीं दिए जाने से आक्रोश है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Dec 2018 08:53 PM (IST) Updated:Wed, 26 Dec 2018 08:53 PM (IST)
अधर में लटका मुआवजा
किसानों में बढ़ा आक्रोश
अधर में लटका मुआवजा किसानों में बढ़ा आक्रोश

जागरण संवाददाता, नरायनपुर (मीरजापुर) : राष्ट्रीय राजमार्ग सात पर टेंगरा मोड़ से हनुमना बार्डर तक फोरलेन मार्ग चौड़ी करण में किसानों व भूस्वामियों द्वारा आवश्यक कागजात जमा करने के बाद भी मुआवजा वितरण में अनियमितता बरतने, कुछ गांवों का अवार्ड नहीं करने व आवंटन हुए गांव का नकल नहीं दिए जाने से आक्रोश है। ऐसा लगता है कि विभागीय कर्मचारी व बाबूओं को मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से कोई मतलब नहीं है। इतना लंबा समय बीतने के बाद भी अभी तक ज्यादातर किसानों को मुआवजा के लिए लटकाए रखा गया है। कोलऊंद गांव के किसान जमीन व मकान का मुआवजा लेना चाहते हैं। लोग मीरजापुर जाकर मकान व जमीन का वाउचर पर हस्ताक्षर भी कर दिया है। साथ ही राजस्व निरीक्षक पंकज कुमार ने पहचान भी कर दिया फिर भी एसएलओ आफिस के बाबू अकारण एक माह से मुआवजा राशि को लटकाए हुए है। कोलउंद गांव के भूस्वामी राजेश कुमार, दुर्गावती देवी, सूर्य प्रकाश, रामजी, विनोद कुमार, मीरा देवी आदि ने मुआवजा को लेकर चार पांच बार मीरजापुर का चक्कर लगा चुके है इसके बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। ग्राम दीक्षितपुर के सुरेंद्र ¨सह, भोला ¨सह, राम दुलार ¨सह, अशोक ¨सह, गुलाब ¨सह, ननकू ¨सह, उर्मिला देवी, विनोद ¨सह, आशीष ¨सह आदि भूस्वामियों ने चेतावनी दी है कि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन को मजबूर होंगे।

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