नक्सल क्षेत्र की तस्वीर सवांरेगी ग्रीनग्रुप की महिलाएं

जासं, मीरजापुर: नक्सल क्षेत्र के युवकों विकास की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए कवायद शुरू हो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Jan 2018 05:26 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jan 2018 05:26 PM (IST)
नक्सल क्षेत्र की तस्वीर सवांरेगी ग्रीनग्रुप की महिलाएं
नक्सल क्षेत्र की तस्वीर सवांरेगी ग्रीनग्रुप की महिलाएं

जासं, मीरजापुर: नक्सल क्षेत्र के युवकों विकास की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए कवायद शुरू हो गई है। चैपाल में बहस के लिए महिलाओं को चौखट से बाहर निकालकर पुरुषों के बराबर खड़ा करने का प्रयास चल रहा है। ग्राम स्तर पर महिलाओं के ग्रीनग्रुप का गठन किया जाएगा। इन महिलाओं को पुलिस के समान अधिकार प्राप्त होंगे। जनपद प्रदेश के उन जिलों में शुमार है जहां नक्सलियों का प्रभाव है। नक्सल क्षेत्र के विकास और वहां निवास करने वाले युवक युवतियों के लिए कई योजनाएं संचालित हैं दो माह पहले लगभग तीन सौ युवकों को वोकेशन ट्रे¨नग देने के लिए चयन किया गया था। ये युवक इस समय बंगलूरु में रहकर प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं। इसके पूर्व पुलिस की तरफ से नक्सल क्षेत्र के शिक्षित युवक युवतियों को वाराणसी भेजकर विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिलाया गया था। अब नक्सल क्षेत्र की महिलाओं को संगठित कर ग्रीन ग्रुप बनाया जाएगा। एसपी आशीष तिवारी ने बताया कि ग्रीन ग्रुप में एक गांव की पंद्रह महिलाएं शामिल होंगी। इनको पुलिस का दर्जा प्रदान होगा। ग्रुप की महिलाएं नशे और जुआ के लती युवकों को सुधारने का काम करेंगी। घरेलू हिस्सा, प्रताड़ना के मामलों को भी सुलझाएंगी। गांव में खुली चौपाल लगाकर विकास और अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगी साथ ही क्षेत्र में संदिग्ध लोगों और नक्सलियों के मूवमेंट के बारे में भी अवगत कराएगी। ग्रीन ग्रुप से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षित करने का दायित्व वाराणसी की एक संस्था को दिया गया है संस्था के सचिव दिव्यांशु और उनकी टीम ने शनिवार को नक्सल क्षेत्र के सरसो सेमरी, राजगढ़, हिनौता, भीटी आदि गांव की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया।

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