नाली निर्माण न होने से हो रहा जलजमाव

जासं, मीरजापुर: नगर का अनगढ़ नैपुरवा मोहल्ला घनी बस्ती वाला इलाका है। यहां पर मिश्रित आबादी है। कोई

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Jun 2018 06:05 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jun 2018 06:05 PM (IST)
नाली निर्माण न होने से हो रहा जलजमाव
नाली निर्माण न होने से हो रहा जलजमाव

जासं, मीरजापुर: नगर का अनगढ़ नैपुरवा मोहल्ला घनी बस्ती वाला इलाका है। यहां पर मिश्रित आबादी है। कोई श्रमिक है तो कोई व्यवसायी। कोई निर्यातक है तो कोई बुनकर। कई विद्यालय भी यहां पर हैं। इस बस्ती में हजारों परिवार रहते हैं। सभी कामकाजी है लेकिन जब उनकी दिनचर्या में कोई व्यवधान आता है तो पूरे क्षेत्र में तहलका मच जाता है। ऐसा ही व्यवधान इस क्षेत्र की नालियां उत्पन्न करती हैं। पूरी तरह से क्षतिग्रस्त नाली बरसात के दिनों में जलजमाव का कारण बनती है। इतना पानी हो जाता है कि लोगों के घरों में घुसने लगता है। ऐसे में नागरिक सिवाय सिर पर हाथ रखकर बैठने के और कुछ नहीं कर पाते।

नैपुरवा मार्ग पर सड़क की दाहिनी पटरी पर एक बड़ी सी नाली दशकों पहले बनवायी गयी थी। इसी नाली से होकर क्षेत्र की नालियों का पानी मोहल्ले के बाहर जाता था। कई बरस हुए यह बड़ी नाली अंदर ही अंदर कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो गई। धीरे-धीरे पानी लगने लगा। पहले तो नागरिकों ने ध्यान नहीं दिया लेकिन बाद में स्थिति विकट होने लगी। कभी-कभी तो पूरा मोहल्ला ही पानी की जद में आ जाता था। कई बार नागरिकों ने मुख्य सड़क की तरफ जाकर रास्ता भी रोका लेकिन जब बरसात बीत जाती थी तो नागरिक भी उसे भूल जाते थे। हाल के कई वर्षों से यह समस्या बढ़ती ही जा रही है। नाली एकदम से भरी रहती है। जरा सा भी पानी बरसा नहीं कि जलजमाव होना शुरू हो जाता है। इस मोहल्ले के नागरिकों का कहना है कि अब जलजमाव खतरनाक स्थिति को पार कर रहा है। लोगों के घरों के अंदर गंदा पानी घुस जा रहा है। इसके लिए त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए। नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई की जा रही है लेकिन नागरिकों को अब उस पर कोई विश्वास नहीं रह गया है। बरसात का सीजन आ रहा है और नागरिकों को आशंका है कि इस बार भी उसी समस्या से दो चार होना पड़ेगा।

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बोले नागरिक

कई बार से आश्वासन ही मिलता रहा है। पानी अब घरों में घुस रहा है। यह नाली बहुत दिनों से क्षतिग्रस्त है। यदि इसको समय रहते ठीक करा दिया जाता तो कोई परेशानी नहीं होती लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं, मात्र आश्वासन ही मिलता रहा।

- अब्दुल् जफर, नैपुरवा। नाली की सफाई न होने से भी परेशानी होती है। यदि नालियों की सिल्ट सफाई होती रहे तो परेशानी की कोई बात नहीं है। लेकिन एकदम से जब नालियां चोक हो जाती है तो स्वाभाविक है कि पानी ओवरफ्लो होगा। जलजमाव होना ही होना है।

- मो. अफजल, नैपुरवा। कूड़ा करकट भी नालियों में चला जाता है। उससे भी नालियां चोक हो जाती हैं लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह नाला है। यदि इसको ठीक करा दिया जाए तो इस मोहल्ले की समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है। इस पर ध्यान देना चाहिए।

- नन्हें, नैपुरवा। आम तौर पर जलजमाव नहीं होता है। बरसात के दिनों में जब अधिक पानी बरस जाता है या कई दिनों तक पानी बरसता है तो जलजमाव होता है लेकिन उस समय जो जलजमाव होता है वह पानी घरों में घुस जाता है। यह खतरनाक है।

- गामा, नैपुरवा। नागरिकों को भी इस संबंध में सावधानी बरतनी चाहिए। आमतौर पर लोग कूड़ा करकट भी नालियों में फेंक देते हैं। वह नालियों में जाकर फंस जाता है जो कि पानी रोक देता है। यह समस्या ही आगे चलकर जलजमाव का कारण बनती है।

- गीता, नैपुरवा। पालिथीन से समस्या बढ़ रही है। यह पालिथीन नालियों में जाकर फंस जाता है और फिर पानी को रोक देता है। धीरे- धीरे नालियों का सिल्ट इसी के कारण इकट्ठा होने लगता है और नाली चोक हो जाती है। इस पर भी ध्यान देना चाहिए।

- गुड़िया, नैपुरवा। वर्जन.

इस क्षेत्र की नाली, ढक्कन और अन्य कार्यों के लिए प्रस्ताव तो क्या टेंडर हो चुका है। वर्क आर्डर तक जारी हो चुका है, अब शासन से आदेश हो जाए तो काम ही बस शेष है। इस कार्य से पूरे क्षेत्र की समस्या का समाधान हो जाएगा।

- राकेश यादव, सभासद, अनगढ़ वार्ड, मीरजापुर।

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