चार घंटे, चार सौ पुलिसकर्मी और साढ़े तीन सौ अपराधियों का सत्यापन

लिसाड़ी गेट क्षेत्र में बदमाशों के सत्यापन और उनकी धरपकड़ के लिए शुक्रवार सुबह अभियान चला। करीब चार घंटे तक चले अभियान में पांच चौकी क्षेत्रों में साढ़े तीन सौ बदमाशों का सत्यापन किया गया और दो वांछित महिलाओं को पकड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 04:55 AM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 04:55 AM (IST)
चार घंटे, चार सौ पुलिसकर्मी और साढ़े तीन सौ अपराधियों का सत्यापन
चार घंटे, चार सौ पुलिसकर्मी और साढ़े तीन सौ अपराधियों का सत्यापन

मेरठ, जेएनएन। लिसाड़ी गेट क्षेत्र में बदमाशों के सत्यापन और उनकी धरपकड़ के लिए शुक्रवार सुबह अभियान चला। करीब चार घंटे तक चले अभियान में पांच चौकी क्षेत्रों में साढ़े तीन सौ बदमाशों का सत्यापन किया गया और दो वांछित महिलाओं को पकड़ा।

शुक्रवार सुबह करीब छह बजे से लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में फोर्स जुटना शुरू हो गया था। एक एसपी, दो एएसपी, तीन सीओ समेत आठ थानाध्यक्ष, 35 दारोगा, तीन सौ पुरुष सिपाही और 50 महिला सिपाहियों ने पांच चौकी क्षेत्र में सत्यापन और धरपकड़ के लिए अभियान चलाया। दस साल के भीतर हत्या, लूट, डकैती, नकबजनी आदि वारदातों में शामिल आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई गई। उनका फोटो, पता और मोबाइल नंबर लिया गया। साथ ही 70 वांछितों की भी तलाश की गई, जिसमें हत्या के मामले में वांछित दो महिलाओं को पकड़ा गया। सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि पांच चौकी क्षेत्र में अभियान चला था। साढ़े तीन सौ बदमाशों का सत्यापन किया गया है। दो महिलाओं को भी पकड़ा है।

छतों से भाग गए

जैसे ही अभियान की शुरुआत हुई तो क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने जैसे-जैसे घरों के दरवाजे खुलवाए, वैसे-वैसे ही कुछ लोग छतों से भाग गए। पुलिसकर्मियों ने पीछा भी किया, लेकिन हाथ नहीं आए। सभी बदमाशों का डोजियर तैयार किया जाएगा। इसके बाद उनपर लगातार नजर रखी जाएगी।

आइजी की बैठक के बाद कार्रवाई

पिछले दिनों आइजी प्रवीण कुमार ने बढ़ते अपराध पर नाराजगी जताते हुए सीओ की भी जिम्मेदारी तय करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद लिसाड़ी गेट में बदमाशों के सत्यापन का अभियान चला। चार घंटे में साढ़े तीन सौ बदमाशों का नाम-पता नोट किया गया। बदमाशों की इतनी बड़ी संख्या से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपराध क्यों बढ़ रहा है। लिसाड़ी गेट के बदमाश जिले के साथ ही रेंज, जोन, प्रदेश व आसपास के राज्यों में भी वारदात को अंजाम देते हैं। इसके चलते ही बाहर की पुलिस भी आए दिन लिसाड़ी गेट क्षेत्र में दबिश के लिए आती रहती है।

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