फरवरी में होगी वर्ष 2019 की यूपी बोर्ड परीक्षा

16 कार्य दिवस में समाप्त होगी बोर्ड परीक्षाएं, सुबह आठ बजे शुरू होगी परीक्षा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Aug 2018 05:30 PM (IST) Updated:Thu, 09 Aug 2018 05:30 PM (IST)
फरवरी में होगी वर्ष 2019 की यूपी बोर्ड परीक्षा
फरवरी में होगी वर्ष 2019 की यूपी बोर्ड परीक्षा

मेरठ। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) की वर्ष 2019 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा फरवरी के प्रथम सप्ताह में ही शुरू हो जाएगी। इतना ही नहीं बोर्ड परीक्षाओं को 16 कार्य दिवस में ही समाप्त कर दिया जाएगा। यह व्यवस्था मार्च के अंत तक सभी कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा समाप्त कर उसके रिजल्ट जारी करते हुए एक अप्रैल सत्र नियमित रूप से शुरू करने के लिए की जा रही है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री डा. निदेश शर्मा ने इस व्यवस्था को अनिवार्य रूप से वर्ष 2019 की बोर्ड परीक्षा में ही लागू करने के निर्देश दिए हैं। एनसीईआरटी का सिलेबस लागू किए जाने से इंटरमीडिएट स्तर पर भी हर विषय के दो के स्थान पर एक ही पेपर होंगे। इसीलिए 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा 16 दिन में समाप्त करने पर जोर दिया जा रहा है।

सुबह आठ बजे शुरू होगी परीक्षा

बोर्ड परीक्षा मार्च में होने पर सर्दी का मौसम निकल जाता था। लेकिन फरवरी में तिथि आगे बढ़ने से परीक्षार्थियों को दिक्कत होने लगी थी। बोर्ड परीक्षा में सुबह की पाली 7:30 बजे से 10:45 बजे तक चलती है। सर्दी अधिक पड़ने या कोहरा अधिक होने से ग्रामीण क्षेत्रों के परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में अधिक परेशानी होती है। शिक्षक संगठनों की ओर से की जा रही मांग को देखते हुए शिक्षा मंत्री ने वर्ष 2019 की बोर्ड परीक्षा में सुबह की पाली का समय साढ़े बजे से पौने 11 बजे तक के स्थान पर सुबह आठ बजे से 11:15 बजे तक कर दिया है।

बदलेगा पेपर का पैटर्न

माध्यमिक शिक्षा में अकादमिक पक्ष को सुदृढ़ करने और बोर्ड परीक्षा प्रश्न-पत्र का ब्लू प्रिंट एवं डिजाइन में संशोधन पर विचार करने के लिए प्रदेश भर के शिक्षकों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। 18 जून को शिक्षा मंत्री की बैठक में दिए गए निर्देशों में स्कूलों में एक सत्र में 220 दिन की पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए शैक्षिक पंचांग के अनुरूप सिलेबस पढ़ाए जाने की रिपोर्ट भी मांगी जा रही है।

इंग्लिश मीडियम से प्रतिस्पर्धा पर जोर

शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ले इंग्लिश मीडियम स्कूलों की प्रतिस्पर्धा के लिए शिक्षकों को अतिरिक्त ट्रेनिंग की व्यवस्था करने को कहा है। विशेष तौर पर अंग्रेजी भाषा के शिक्षण एवं अंग्रेजी माध्यम के शिक्षण पर विशेष ध्यान देने को कहा है। जिन माध्यमिक विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई शुरू हुई है वहां बच्चों का रुझान ¨हदी की तुलना में अंग्रेजी की ओर अधिक दिख रहा है।

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