दीवान व रिटायर्ड अफसर के बेटे निकले लुटेरे
चेकिग के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़े लुटेरों में एक का पिता पीएसी में दीवान है जबकि एक का पिता बीएसएनएल से रिटायर्ड अफसर है।
मेरठ, जेएनएन। चेकिग के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़े लुटेरों में एक का पिता पीएसी में दीवान है, जबकि एक का पिता बीएसएनएल से रिटायर्ड अफसर है। आरोपितों के पास से लूट के मोबाइल भी बरामद हुए हैं। करीब दो दर्जन वारदातों को आरोपित अंजाम दे चुके हैं। उनके निशाने पर सिर्फ महिलाएं होती थीं।
शनिवार रात सदर बाजार थाना पुलिस डी. बाबा चौराहे पर चेकिग कर रही थी। तभी बाइक सवार तीन युवक आते दिखाई दिए। रुकने के इशारे पर वे भागने लगे तो घेराबंदी कर दबोच लिया गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम हिमांशु और जतिन निवासी न्यू गोविदपुरी थाना कंकरखेड़ा और अकरम निवासी जली कोठी थाना देहली गेट बताए। तीनों लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहे थे। उन्होंने बताया कि कंकरखेड़ा, नौचंदी, लालकुर्ती, देहली गेट और अन्य थाना क्षेत्रों में वारदात कर चुके हैं। उनके पास से पांच मोबाइल बरामद हुए। 12 मार्च को न्यू सैनिक विहार, 15 मार्च को डबल स्टोरी डिफेंस एन्क्लेव कंकरखेड़ा में महिलाओं से कुंडल लूटे थे, जबकि एक अप्रैल को कंकरखेड़ा टोल प्लाजा के पास महिला से मोबाइल लूटा था। थाना प्रभारी ने बताया कि हिमांशु के पिता पीएसी में दीवान हैं, जबकि जतिन के पिता बीएसएनएल से रिटायर्ड अफसर हैं। जतिन कुछ समय पहले तक उत्तराखंड में नौकरी करता था। पांच दिन पहले ही मेरठ में नई नौकरी शुरू की थी। वारदात के बाद वह नौकरी पर चला जाता था।
नशे के चक्कर में बन गए लुटेरे
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्हें गांजे के नशे का शौक है। घर से उतने रुपये नहीं मिलते थे, इसलिए लूट शुरू कर दी। कुंडल और मोबाइल को राहगीरों को आधे-पौने दाम में बेच देते थे। अब तक दो दर्जन के करीब वारदात को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस को उनके पास से चाकू भी बरामद हुआ है।