बम-बम भोले के उद्घोष से गूंजे शिवालय

महाशिवरात्रि पर शिवभक्तों ने गुरुवार को भगवान आशुतोष का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Mar 2021 07:15 PM (IST) Updated:Thu, 11 Mar 2021 07:15 PM (IST)
बम-बम भोले के उद्घोष से गूंजे शिवालय
बम-बम भोले के उद्घोष से गूंजे शिवालय

मेरठ, जेएनएन। महाशिवरात्रि पर शिवभक्तों ने गुरुवार को भगवान आशुतोष का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। बम-बम भोले-बम के उद्घोष से शिवालय गूंज उठे। नगर के बड़ा महादेव शिव मंदिर व रामराज के समीप फिरोजपुर प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर पर हजारों शिवभक्तों ने भोले शंकर का जलाभिषेक कर पूजा की। गंगाजल लेकर आए कांवड़यिों ने अपरान्ह जलाभिषेक आरंभ किया।

नगर के बड़ा महादेव मंदिर पर जलाभिषेक व पूजा अर्चना का सिलसिला भोर से ही शुरू हो गया था। देर शाम तक मंदिर पर श्रद्धालुओं का आवागमन बना रहा। त्रयोदशी का जलाभिषेक सुबह से ही आरंभ हो गया था। जबकि चतुर्दशी का जल 2.42 बजे शुरू हुआ। मंदिर समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया था। कांवड़ मेले में बच्चों व महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। कांवड़ मार्ग पर शिवभक्तों की सेवा के लिए जगह-जगह सेवा शिविर लगाए गए थे। झारखंडी शिव मंदिर, पांडव चौक स्थित सिद्धपीठ हनुमान मंदिर, फलावदा रोड स्थित सरस्वती शिव मंदिर व गुड़मंडी स्थित शिव मंदिर में भी पूजा अर्चना के लिए भीड़ रही।

बहसूमा में रामराज के समीप सैफपुर फिरोजपुर प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर पर हजारों शिवभक्तों ने भोले शंकर का जलाभिषेक कर पूजा की।

मंदिर समिति ने भंडारे का आयोजन किया। कांवड़ मेले में बच्चों व महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। आयोजन कमेटी के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने शिवभक्तों की सेवा की।

फलावदा में महलका शिव मदिर पर हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर मन्नत मांगी। पंडित नैनसिंह शर्मा ने शिवरात्रि के महत्व पर प्रकाश डाला।

परीक्षितगढ़ में हरिद्वार से गंगाजल लेकर आये शिव भक्तों ने शिवालयों मे जलाभिषेक किया। नगर के गांधारी ताल स्थित महाभारतकालीन शिवलिग पर पंडित राजेश शर्मा ने रूद्राभिषेक किया। प्राचीन गुफा गोपेश्वर मंदिर, महादेव मंदिर, आशेनाथ आश्रम मंदिर, गुड़ मंडी स्थित शिवालयों मे भक्तों ने जलाभिषेक किया। आसिफाबाद स्थित स्वयंभू शिवलिग पर हजारो कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया। पूठी बली खजूरी, दबथला बहलोलपुर, ऐतमादपुर मवी पसवाड़ा रामनगर आदि गांवों में शिवरात्रि पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया।

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