कानून व्यवस्था पर सपा ने कलक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, फोटो खिंचवाने को लेकर आपस में भिंड़े Meerut News

कानून व्यवस्‍था को लेकर सपा का मेरठ में पदर्शन और हंगामा जारी है। कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कलेक्‍ट्रेट पर पदर्शन करते हुए आपस में ही सपा कार्यकर्ता फोटो खिंचवाने के लिए नोंकझोंक करते हुए दिखे।

By Prem BhattEdited By: Publish:Mon, 19 Oct 2020 07:26 PM (IST) Updated:Mon, 19 Oct 2020 07:26 PM (IST)
कानून व्यवस्था पर सपा ने कलक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, फोटो खिंचवाने को लेकर आपस में भिंड़े Meerut News
कानून व्यवस्था के विरोध में सपा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन आपस में भिड़े, धक्का मुक्की में विधायक व जिलाध्यक्ष गिरे।

मेरठ, जेएनएन। कानून व्यवस्‍था को लेकर सपा का मेरठ में पदर्शन और हंगामा जारी है। कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कलेक्‍ट्रेट पर पदर्शन करते हुए आपस में ही सपा कार्यकर्ता फोटो खिंचवाने के लिए नोंकझोंक करते हुए दिखे। वहीं गेट कलेक्‍ट्रेट का गेट खुलवाने के लिए भी हंगामा किया। सपा कार्यकर्ताओं ने बढ़ते अपराध एवं कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया। कहा कि प्रदेश में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिसे रोकने में सरकार विफल हो रही है। सरकार से अपराध पर लगाम लगाने व बेहतर कानून व्‍यवस्‍था करने को अपील की।

प्रदेश में कानून व्‍यवस्‍था चौपट

ज्ञापन में कहा कि उत्तर प्रदेश में हत्या,लूट,डकैती,दुष्कर्म और बलिया में बीजेपी नेता ने खुलेआम प्रशासन के सामने हत्या का हो जाना बताता है कि इस सरकार से कानून-व्यवस्था नहीं संभल सकती। कहा कि उप्र में हिटलरशाही चल रही है। उप्र के मुख्यमंत्री नदारद हैं जिसकी वजह से उप्र में कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। इसमें जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर, शहर विधायक रफीक अंसारी, अतुल प्रधान, पूर्व जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद, प्रभुदयाल वाल्मीकि, चैतन्यदेव स्वामी, आदिल सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।

आपस में हुई नोंकझोंक

अखिलेश सरकार के दौरान लालबत्ती से नवाजे गए मोहम्मद अब्बास व जितेंद्र गुर्जर में नोंकझोंक भी हुई। दोनों में फोटो खिंचवाने के दौरान आगे खड़े होने को लेकर नोंकझोंक हुई।

गेट खुलवाने को लेकर हुई जद्दोजहद

सपा कार्यकर्ता जब भारी संख्या में कलक्ट्रेट पहुंचे तब वहां का गेट बंद कर दिया गया। इस पर कार्यकर्ताओं ने गुस्सा दिखाया। हालांकि कई वरिष्ठ नेताओं ने अधिकारियों से फोन पर बात की जिसके बाद गेट खोल दिया गया।  

chat bot
आपका साथी