'कैद' से छूटेंगे लोग..'अंदर' होंगे बंदर
बंदरों के उत्पात से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए नगर निगम एक बार फिर बंदर पकड़ने का अभियान शुरू हो रहा है।
मेरठ, जेएनएन। बंदरों के उत्पात से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए नगर निगम एक बार फिर बंदरों को पकड़वाने का अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके लिए वन विभाग से अनुमति मांगी गई है। बता दें कि शहर में बंदरों के हमलों से डरे लोगों ने घरों पर लोहे के जाल तक बनवाए हुए हैं।
नगर निगम ने गत वर्ष जून महीने में बंदर पकड़वाने का अभियान चलाया था। मथुरा की एजेंसी ने लगभग 10 दिन अभियान चलाकर मेडिकल कालेज समेत विभिन्न क्षेत्रों से करीब 350 बंदरों को पकड़ा था, जिन्हें सहारनपुर वन प्रभाग के शिवालिक वन क्षेत्र में छोड़ा गया था। लेकिन उस वक्त अत्यधिक गर्मी को देखते हुए तत्कालीन नगर आयुक्त ने अनुकूल मौसम होने तक अभियान स्थगित कर दिया था। उस समय वन विभाग ने 10 जून से नौ जुलाई तक लगभग एक महीने की अनुमति दी थी। 36 प्रतिबंधों के साथ बंदर पकड़ने थे। इनमें बंदर की सेहत, जानमाल की सुरक्षा, खानपान तक पर ध्यान देना था। अभियान स्थगित हुए छह माह बीत गए हैं। अब बंदर पकड़वाने के लिए मौसम अनुकूल है। 36 प्रतिबंधों का पालन करना आसान होगा। इसे देखते हुए नगर निगम ने वन विभाग को अनुमति के लिए पत्र भेज दिया है।
निगम में लगा शिकायतों का अंबार
शहर में इन दिनों बंदरों के हमले बढ़ गए हैं। लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। पत्थर वालान मोहल्ले में तो लोगों ने घरों पर लोहे के जाल तक लगा लिए हैं। आइजीआरएस पोर्टल समेत निगम में शिकायती पत्रों का अंबार लग गया है, जिनका निस्तारण किया जाना है।
इन्होंने कहा-
मौसम अनुकूल है। वन विभाग से अनुमति मांगी है। अनुमति प्राप्त होते ही मथुरा की एजेंसी को दोबारा बंदर पकड़ने का निर्देश दिया जाएगा।
डा. गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी