Pranab Mukherjee passes away : प्रणब दा को पसंद था नौचंदी का मेला, मेरठ के नेताओं से मिलने पर करते थे जिक्र

वर्ष 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी ने वित्त रक्षा और विदेश मंत्रालय सहित कई अहम पदों पर रहे। मेरठ में प्रणब मुखर्जी के आने के विषय में जानकारी नहीं है।

By Prem BhattEdited By: Publish:Tue, 01 Sep 2020 01:44 AM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2020 07:15 AM (IST)
Pranab Mukherjee passes away : प्रणब दा को पसंद था नौचंदी का मेला, मेरठ के नेताओं से मिलने पर करते थे जिक्र
Pranab Mukherjee passes away : प्रणब दा को पसंद था नौचंदी का मेला, मेरठ के नेताओं से मिलने पर करते थे जिक्र

मेरठ, जेएनएन। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर कांग्रेस के नेताओं ने शोक जताया है। वह इसे एक युग का अंत मान रहे हैं। वर्ष 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी ने वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय सहित कई अहम पदों पर रहे। मेरठ में प्रणब मुखर्जी के आने के विषय में जानकारी नहीं है। लेकिन यहां के कुछ कांग्रेसी नेताओं से मिलने पर वह नौचंदी मेले का जिक्र करते रहते थे।

पूर्व मंत्री मैराजुद़दीन बताते हैं कि प्रणब दा को मेरठ से कई बार बुलाया गया। उन्होंने आमंत्रण स्वीकार भी किया था। लेकिन किसी कारण से वह कभी मेरठ आ नहीं सके। दिल्ली में उनसे मेरठ के बहुत से नेता मिलते थे। दिल्ली मिलने पर वह अक्सर नौचंदी मेले को याद करते थे। कहते थे कि इस मेले को आगे बढ़ाने की कोशिश करना चाहिए। वर्ष 1984 में नेशनल इंटर कॉलेज में एक सम्मेलन था, जिसमें राजेश पायलट आए थे। उसमें प्रणब दा को भी आना था। लेकिन आखिरी समय में वे नहीं आ सके। उनका संदेश आया था।

वह पार्टी में संकट विमोचक कहे जाते थे। पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा कहते हैं कि वित्त मंत्री के तौर पर प्रणब मुखर्जी ने देश को संभाला। जब पूरी दुनिया हिल रही थी। उनके जाने से राजनीति में एक युग का अंत हो गया है। मेरठ कालेज के शिक्षक डा. ज्ञानेंद्र शर्मा बताते हैं कि प्रणब दा एक बार जब इंदिरा गांधी से असंतुष्ट होकर दूसरी पार्टी बनाए थे, तो उस समय उन्होंने पार्टी के प्रसार के लिए मेरठ के कई पुराने कांग्रेसी नेताओं से संपर्क किया था। हालांकि बाद में वे फिर कांग्रेस में आ गए थे। उनके निधन से राजनीति में एक तरह से शून्यता आएगी।  

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