Positive India: भोजन चाहिए तो एमडीए को करिए बस एक कॉल, परिसर में शुरू की सामुदायिक रसोई Meerut News
Positive India अगर आपको या आपके पड़ोसी को भोजन की दरकार है तो परेशान नहीं हों। एमडीए आपको भोजन उपलब्ध कराएगा। आप केवल एमडीए को कॉल करें।
मेरठ, जेएनएन। अगर आपको या आपके पड़ोसी को भोजन की दरकार है तो परेशान नहीं हों। एमडीए आपको भोजन उपलब्ध कराएगा। आप केवल एमडीए को कॉल करें और एमडीए कर्मी आपके घर तक भोजन पहुंचाएंगे। भोजन से वंचित लोगों के लिए एमडीए ने नायाब पहल की है।
सामुदायिक रसोई शुरू की
भूखे लोगों तक भोजन पहुंचाने के लिए एमडीए ने सामुदायिक रसोई शुरू की है। कर्मचारियों के सहयोग से परिसर में ही खाना बनवाया जा रहा है। सचिव प्रवीणा अग्रवाल ने बताया कि जरुरतमंद लोग कंट्रोल रूम 0121-2648598 और 0121-2647831 पर फोन कर सकते हैं। कंट्रोल रूम के कर्मचारी पता पूछेंगे उसके बाद भोजन संबंधित व्यक्ति के घर पहुंचा दिया जाएगा।
चलवाईं आटा मिलें, चक्कियों को भी अनुमति
आटे की किल्लत दूर करने के लिए प्रशासन ने आटा मिलें चलवा दी हैं। शहर की तीन मिलों में गेहूं की पिसाई शुरू करा दी है। जल्द ही पांच मिलें और शुरू करा दी जाएंगी। यही नहीं शहर में स्थानीय लोगों के गेहूं को पीसने के लिए मोहल्ले की आटा चक्कियों को भी चलाने की अनुमति दे दी गई है। जिले में सरकारी आटा मिल न होने की वजह से गेहूं की पिसाई पूरी तरह निजी आटा चक्कियों पर ही निर्भर है। शहर में आटा की कालाबाजारी शुरू हुई तो कई लोगों ने आटे का स्टॉक कर लिया। इससे बाजार से आटा गायब हो गया।
जमाखोरों पर की जा रही कार्रवाई
आइटीसी से समझौते के बावजूद आटे की कमी बनी हुई है। एफसीआइ के गोदाम से आवंटित गेहूं को अब निजी मिलों में पहुंचाया जा रहा है। फिलहाल पांच हजार कुंतल गेहूं मिलों को दिया गया है, जल्द ही इतना ही गेहूं और दिया जाएगा। जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि तीनों आटा मिल में पिसाई कराई जा रही है। जमाखोरी की शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है। मोहल्ले की चक्कियों को अनुमति दे दी गई है।