पुलिस की नासमझी से दिनभर भटके लोग
किसान आंदोलन पूर्वनियोजित होने के बावजूद पुलिस ने यातायात के लिए कोई विशेष योजना नहीं बनाई। इस कारण दिल्ली-देहरादून मार्ग पर वाहन चालकों को दिनभर परेशानी से जूझना पड़ा।
मेरठ : किसान आंदोलन पूर्वनियोजित होने के बावजूद पुलिस ने यातायात के लिए कोई विशेष योजना नहीं बनाई। इस कारण दिल्ली-देहरादून मार्ग पर वाहन चालकों को दिनभर परेशानी से जूझना पड़ा। खतौली से नहर की पटरी पर यातायात को परिवर्तित किया गया। वाहनों की संख्या बढ़ने की वजह से पटरी पर भी भीषण जाम लग गया। किसानों के हाईवे से हटने के बाद ही देर शाम यातायात सुचारु हो पाया।
पुलिस ने शुक्रवार को मुजफ्फरनगर से गाजियाबाद-दिल्ली जाने वाले वाहनों को खतौली नहर की पटरी से मोदीपुरम के लिए निकालना शुरू किया। दिल्ली से मुजफ्फरनगर जाने वाले वाहनों को मोहिउद्दीनपुर से परिवर्तित कर खरखौदा में हापुड़ रोड पर निकाला गया। यहां से ये वाया मवाना-मीरापुर मुजफ्फरनगर पहुंचे। हालांकि दिल्ली हाईवे पर भी कम संख्या में वाहन चलते रहे।
शाम को सिवाया टोल प्लाजा पर भी जाम लग गया। एडीएम सिटी और एसपी सिटी ने किसानों से टोल प्लाजा की कुछ लेन खाली कराई। वाहन इन लेन से निकाले गए।
बेगमपुल पर बैठकर अफसर लेते रहे जानकारी
जुमे की नमाज और किसानों का आंदोलन पुलिस के लिए चुनौती थे। इसके लिए एडीएम सिटी, एसपी सिटी और समस्त सीओ की ड्यूटी हाईवे पर टोल प्लाजा के आसपास लगा दी गई थी। एडीजी राजीव सभरवाल, आइजी प्रवीण त्रिपाठी, डीएम के. बालाजी, एसएसपी अजय साहनी बेगमपुल पर मौजूद रहे। यहां से वे पल-पल का अपडेट लेते रहे। डीएम और एसएसपी ने फोर्स के साथ हाईवे का दौरा भी किया।
हाईवे पर नहीं लगा जाम : एसपी सिटी
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि दिनभर हाईवे चलता रहा। कुछ वाहन चालकों को नहर पटरी से मुरादनगर के लिए निकाला गया। कुछ को मुरादनगर नहर की पटरी से खतौली के लिए निकाला। कुछ यातायात को हापुड़ रोड पर डायवर्ट कर दिया। इससे हाईवे पर जाम नहीं लग पाया। कम संख्या में वाहन हाईवे पर चलते रहे।