औघड़नाथ मंदिर परिसर में शिवमय माहौल के बीच भगवान और भक्त का मिलन Meerut News

मंगलवार को शिवरात्रि के अवसर पर बाबा औघड़नाथ मंदिर परिसर से लेकर बाहर तक पूरा माहौल शिवमय था। हर किसी का तन से लेकर मन तक भगवान शिव के रंग में रंगा नजर आया।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Wed, 31 Jul 2019 11:51 AM (IST) Updated:Wed, 31 Jul 2019 11:51 AM (IST)
औघड़नाथ मंदिर परिसर में शिवमय माहौल के बीच भगवान और भक्त का मिलन  Meerut News
औघड़नाथ मंदिर परिसर में शिवमय माहौल के बीच भगवान और भक्त का मिलन Meerut News
मेरठ, [राजेंद्र शर्मा] । हरिद्वार से क्रांतिधरा तक की 135 किमी की लंबी पैदल यात्रा। पांवों में छालों से बेखबर हर जुबां पर बोल-बम का जयघोष। आस्था की इसी लहर में बाबा औघड़नाथ मंदिर की ओर तेजी से बढ़ते हर मिनट हजारों कदम। हर दिल में आराध्य देव के दर्शन और उनके जलाभिषेक की कामना।
केसरिया सैलाब उमड़ा
मंगलवार को केसरिया सैलाब उमड़ा था। कैंट स्थित बाबा औघड़नाथ मंदिर परिसर से लेकर बाहर तक पूरा माहौल शिवमय। हर किसी का तन से लेकर मन तक सबकुछ भगवान शिव के रंग में रंगा हुआ। मंदिर के गर्भगृह से लेकर बाहर दूर-दूर तक पंक्तिबद्ध खड़े शिवभक्त। सबकी एक ही वेशभूषा। भगवान शंकर की शरण में पहुंचने का चेहरे पर संतोष। मेडिकल क्षेत्र निवासी महेश हों, अम्हेडा के सुंदर या फिर शास्त्रीनगर के कृष्ण अथवा चिराग। सैकड़ों शिवभक्त बाबा के द्वार तक पहुंचने के लिए धरती मां को बार-बार प्रणाम करते हुए आगे बढ़ रहे थे।
थकावट से चूर शरीर में नई ऊर्जा का संचार
कदमताल करते हुए मंत्रमुग्ध कर देने वाली कांवड़ एवं गंगाजल लिए हजारों शिवभक्त भी लगातार मंजिल की ओर अग्रसर थे। मंजिल नजर आई तो थकावट से चूर शरीर में नई ऊर्जा का संचार। उत्साह से लबरेज शिवभक्तों का जोश उनकी भक्ति का अहसास करा रहा था। हर हर कोई अपने नाम से नहीं बल्कि शिवभक्त से रूप में पहचाना जा रहा था। कंधे से कंधा मिलाकर चल रहीं थीं माताएं एवं बहनें भी शिवरस से सराबोर थीं। मंदिर के गरुड़ द्वार (प्रवेश द्वार) पर कदम पड़ते ही भक्तों के कंठ से निकला उद्घोष भगवान और भक्त के मिलन का साक्षी बन रहा था।

जलाभिषेक करके घर के लिए प्रस्‍थान
चेहरे पर खुशी और शरीर में उल्लास। सुबह शुरू हुआ शिवभक्तों का यह सिलसिला दोपहर से शुरू हुआ तो देर रात तक अनवरत चलता रहा। लाखों शिवभक्तों ने भगवान शंकर के सामने शीश झुकाया। भगवान का आभार जताया, मनोकामना मांगी, जलाभिषेक किया और फिर घर के लिए प्रस्थान। हरिद्वार से कांवड़ व पवित्र गंगाजल लेकर बाबा औघड़नाथ मंदिर पर अधिकांश शिवभक्त मंगलवार को सपरिवार थे। कई के परिवार हरिद्वार से भी कांवड़ लेकर साथ आए थे। मनोकामना पूर्ण हुई तो आभार भी अदा किया। एक क्षण के लिए भीगी आंखे भगवान और भक्त के मिलन की साक्षी बनी और पूरा माहौल शिवमय हो उठा। 

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