मुठभेड़ में नौ लुटेरे पकड़े, नौ तमंचे और 57 कारतूस बरामद

गांव-देहात में लूटपाट करने वाले गिरोह का राजफाश करते हुए पुलिस ने नौ बदमाशों को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ के बाद पकड़े गए बदमाशों में दो नाबालिग हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 07:19 AM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 07:19 AM (IST)
मुठभेड़ में नौ लुटेरे पकड़े, नौ तमंचे और 57 कारतूस बरामद
मुठभेड़ में नौ लुटेरे पकड़े, नौ तमंचे और 57 कारतूस बरामद

मेरठ, जेएनएन। गांव-देहात में लूटपाट करने वाले गिरोह का राजफाश करते हुए पुलिस ने नौ बदमाशों को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ के बाद पकड़े गए बदमाशों में दो नाबालिग हैं। पुलिस ने नौ तमंचों के साथ ही 57 कारतूस और चाकू भी बरामद किए हैं। साथ ही लूट का सामान भी मिला है। हथियार उपलब्ध कराने वाले तस्करों की तलाश की जा रही है।

गुरुवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता में एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि नौ नवंबर को बढ़ला-12 पुल और 16 नवंबर को इकरा खानपुर के मार्ग पर एजेंट और अन्य से लूटपाट हुई थी। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस बदमाशों की तलाश कर ही थी। बुधवार देर रात पुलिसकर्मी चेकिंग कर रहे थे। पुलिस को देख बदमाशों ने फायरिग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने पांच बदमाशों को दबोच लिया। पूछताछ में इन्होंने अपने साथियों के नाम भी बता दिए। उन्हें भी उनके ठिकानों से गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से तमंचे, कारतूस, खोखे और लूटा गया मोबाइल-बाइक भी बरामद कर ली। बदमाशों ने टैबलेट को तोड़कर फेंक दिया था। बदमाशों ने एजेंट से 50 हजार रुपये भी लूटे थे, जो उन्होंने खर्च कर दिए। दोपहर बाद आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया। इनको किया गिरफ्तार

- राहुल उर्फ कल्ला निवासी गांव बढ़ला, थाना परीक्षितगढ़

- अंकुर निवासी गांव किरयावली थाना नरसेना बुलंदशहर, हाल पता गांव बली

- चाहत कश्यप निवासी गांव ऐंचीकलां, थाना परीक्षितगढ़

- हनी निवासी गांव ऐंचीकलां

- अंकुश निवासी दुर्वेशपुर, परीक्षितगढ़

- नाजिम निवासी परीक्षितगढ़ मोहल्ला ठाकपीर

- अभिषेक निवासी गांव ऐंचीकलां

- दो नाबालिग हथियार सप्लायरों की तलाश

एसपी देहात ने बताया कि बदमाशों को अभिषेक तमंचे दिलाता था। उसे हथियार बब्बू पंडित और गौरव नागर देते थे। उनकी धरपकड़ का प्रयास किया जा रहा है। बताया कि बदमाश अलग-अलग गुट में वारदात को अंजाम देते थे। बाइक से जाते थे और रास्ते में खड़े होकर लोगों का इंतजार करते थे। इसके बाद सामान और रुपयों को आपस में बांट लेते थे। दोनों नाबालिग पढ़ने वाले हैं, वहीं अन्य आरोपितों में कोई खेती तो कोई मजदूरी या फिर अन्य काम करता है।

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