मार्शल आर्ट चैंपियन ध्रुव के स्वागत को निकाला रोड शो

हैदराबाद में दस दिसंबर को हुई अंतरराष्ट्रीय मिक्सड मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में कंकरखेड़ा के ध्रुव चौधरी चैंपियन बने। गुरुवार को ध्रुव कंकरखेड़ा पहुंचे जहां उनका रोड शो निकाल कर जोरदार स्वागत किया गया। इससे सरधना रोड और खिर्वा रोड पर जाम भी रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Dec 2021 10:33 PM (IST) Updated:Thu, 16 Dec 2021 10:33 PM (IST)
मार्शल आर्ट चैंपियन ध्रुव के स्वागत को निकाला रोड शो
मार्शल आर्ट चैंपियन ध्रुव के स्वागत को निकाला रोड शो

मेरठ, जेएनएन। हैदराबाद में दस दिसंबर को हुई अंतरराष्ट्रीय मिक्सड मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में कंकरखेड़ा के ध्रुव चौधरी चैंपियन बने। गुरुवार को ध्रुव कंकरखेड़ा पहुंचे, जहां उनका रोड शो निकाल कर जोरदार स्वागत किया गया। इससे सरधना रोड और खिर्वा रोड पर जाम भी रहा।

यूरोपियन एस्टेट कालोनी निवासी ध्रुव चौधरी ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2007 में कंकरखेड़ा की एक संस्था में मिक्सड मार्शल आर्ट सीखना शुरू किया था। 2012 में वे मुंबई के खार वेस्ट में शिफ्ट हो गए और वहीं पर मिक्सड मार्शल आर्ट सीखने, सिखाने का काम करने लगे। बालीवुड हीरो जैकी श्राफ और उनके बेटे टाइगर श्राफ की इंटरनेशनल एमएमए मिक्सड मार्शल आर्ट कंपनी से जुड़ गए। एमएमए की ओर से बीते दस दिसंबर को हैदराबाद के ताज फलकनामा पैलेस में अंतरराष्ट्रीय स्तर की मिक्सड मार्शल आर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें दुनियाभर के 20 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। ध्रुव की लाइटवेट वर्ग में सुमित खाड़े से फाइट हुई। 3 मिनट 50 सेकंड तक चले नाकआउट मुकाबले में ध्रुव ने अंतरराष्ट्रीय एमएमए मिक्सड मार्शल आर्ट प्रतियोगिता पर कब्जा कर लिया। इस प्रतियोगिता में जीत के बाद ध्रुव की दक्षिण एशियाई देशों में नंबर-वन रैंक हो गई है। गुरुवार को ध्रुव मुंबई से कंकरखेड़ा पहुंचे, जहां शिव चौक पर विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, संयुक्त व्यापार संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज मित्तल, भाजपा नेता निशांक गर्ग, गणेश अग्रवाल, गुल्लू ठाकुर, पार्षद राजेश खन्ना आदि ने स्वागत किया।

जिस ग्रंथ में चारों पुरुषार्थ, उसे शास्त्र कहते हैं : स्वामी अनंतानंद

मेरठ: गीता जयंती के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ कल्याण नगर के प्रागण में गीता ज्ञान सप्ताह के द्वितीय दिवस स्वामी अनंतानंद सरस्वती महाराज ने आदि शकराचार्य द्वारा रचित ग्रंथ भज गोविंदम पर प्रवचन दिया। उन्होंने प्रात: कालीन सत्र में कहा कि जिस ग्रंथ में चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की प्राप्ति होती है, उसे ही शास्त्र कहते हैं। भगवान का अहंकार व अभिमान से द्वेष है। हम जो जीवन पर्यंत करते हैं। वही अंतिम समय में याद रहता है। जिन ग्रंथों में किन्हीं एक पुरुषार्थ की चर्चा होती है, उन्हें प्रकरण ग्रंथ कहते हैं। बताया कि व्याकरण को वेद का नेत्र कहा गया है। इसके बाद स्वामी जी ने साधकों को ध्यान का अभ्यास कराया। सायंकालीन सत्र में गीता के तृतीय अध्याय कर्मयोग पर प्रवचन देते हुए कहा कि गीता मोह से मोक्ष तक ले जाने वाला शास्त्र है। मोक्ष अर्थात मोह का क्षय। गीता ज्ञान यज्ञ में कृष्ण अवतार रस्तोगी, यज्ञदत्त शर्मा, पूरन चंद शर्मा, खजान सिंह चौहान, रितेश राणा, रोहित आर्य, मुन्नी देवी व सविता गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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