पुलिस चौकी में मिली मोहब्बत को मंजिल, दारोगा ने किया कन्यादान

घरवालों ने मोहब्बत पर पहरा बैठाया तो प्रेमी युगल ने घर छोड़ दिया। परिजन उन्हें लेकर पुलिस चौकी पहुंचे जहां पर चौकी प्रभारी ने दोनों के परिजनों को समझाया और निकाह कराया।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Thu, 07 Feb 2019 03:47 PM (IST) Updated:Thu, 07 Feb 2019 03:47 PM (IST)
पुलिस चौकी में मिली मोहब्बत को मंजिल, दारोगा ने किया कन्यादान
पुलिस चौकी में मिली मोहब्बत को मंजिल, दारोगा ने किया कन्यादान
मेरठ, जेएनएन। प्यार पर पहरा बढ़ा तो एक प्रेमीयुगल घर से भाग निकला। लेकिन उनकी मोहब्बत को पुलिस चौकी में मंजिल मिल गई। दो दिन बाहर रहने के बाद बुधवार को पुलिस चौकी में दोनों के प्रेम को सामाजिक मान्यता मिल गई। मौलाना ने निकाहनामा पढ़ा। दारोगा ने कन्यादान किया और पुलिसकर्मी बराती बने। दोनों के घरवाले खुशी-खुशी नवविवाहित दंपती को घर ले गए।
प्यार पर पाबंदी ने किया घर छोड़ने को विवश
मामला लिसाड़ी गेट थाने की पिलोखड़ी पुलिस चौकी क्षेत्र का है। रशीद नगर निवासी नफीस का कैंची का कारोबार है। उसके पुत्र इसरार का उनके कारखाने में काम करने वाले नजाकत की पुत्री शीबा से प्रेम-प्रसंग हो गया। काफी समय से दोनों का मिलना-जुलना जारी था, लेकिन कुछ दिन पहले दोनों के परिजनों ने प्यार पर पहरा लगा दिया। उनके मिलने पर पाबंदी लगी तो चार फरवरी को प्रेमीयुगल घर से फरार हो गया।
दोनों पहुंच गए दिल्ली
लड़की के परिजनों को सूचना मिली कि दोनों दिल्ली में छिपे हैं। बुधवार को तीसरे दिन परिजन दिल्ली पहुंचे और प्रेमीयुगल को पिलोखड़ी चौकी पर ले गए, जहां घंटों दोनों पक्षों में बातचीत हुई। चौकी प्रभारी अजय कुमार शर्मा ने हस्तक्षेप किया और दोनों के घरवालों को समझाया। परिजनों ने उनकी बात मान ली और दोनों के निकाह की चौकी में ही तैयारी शुरू हुई।
चौकी में आए मौलाना..पढ़ गए निकाहनामा
कुछ देर बाद ही मौलाना चौकी पहुंचे और दोनों का निकाहनामा पढ़ा। लड़का-लड़की ने एक-दूसरे को कुबूल किया। इसके बाद चौकी प्रभारी ने बतौर शगुन 151 रुपये देकर कन्यादान किया। मिष्ठान मंगाकर बांटा गया।
रिश्तेदारी में बदल गई दोस्ती
लड़का व लड़की के पिता आपस में दोस्त हैं। दोस्ती रिश्तेदारी में बदल गई। पुलिस चौकी में ही चौकी प्रभारी ने दोनों के परिजनों को गले मिलवाया। सब राजी हो गए तो दोनों घरों में खुशी की लहर दौड़ गई। उन्हें बधाई देने वालों का भी तांता लग गया।
इनका कहना है
चौकी में दोनों पक्षों को समझाया गया और वे मान गए। निकाह होने से दोनों के परिजन बेहद खुश हैं। मैंने कन्यादान किया है।
-अजय कुमार शर्मा, प्रभारी-पिलोखड़ी पुलिस चौकी
दोनों के परिजन यदि खुश हैं और उन्होंने निकाह स्वीकार कर लिया है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
-रणविजय सिंह, एसपी सिटी
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