kisan Majdoor Sangathan: मेरठ में डीएम के साथ किसानों की वार्ता विफल, 29 को पैदल मार्च और महापंचायत दो अक्‍टूबर को

kisan Majdoor Sangathan मेरठ में किसान मजूदर संगठन का धरना अभी जारी है। जिलाधिकारी के साथ किसानों की वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकल सका। यह तय किया गया है कि 29 सितंबर को पैदल मार्च निकाला जाएगा। महापंचायत भी होगी।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 11:30 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 11:30 AM (IST)
kisan Majdoor Sangathan: मेरठ में डीएम के साथ किसानों की वार्ता विफल, 29 को पैदल मार्च और महापंचायत दो अक्‍टूबर को
मेरठ में कमिश्नरी पार्क में बेमियादी धरना, कई जिलों से पहुंचे किसान।

मेरठ, जागरण संवाददाता। kisan Majdoor Sangathan ठाकुर पूरन सिंह के नेतृत्व में किसान मजूदर संगठन के किसान मेरठ में कमिश्नरी पार्क पर बेमियादी धरने के लिए बैठ गए हैं। संगठन की मांग है कि जब तक कमिश्नर के माध्यम से उनकी वार्ता मुख्यमंत्री से नहीं होगी, तब तक धरना समाप्त नहीं होगा। सोमवार रात किसान मजदूर संगठन का प्रतिनिधिमंडल डीएम से उनके आवास पर मिला, लेकिन वार्ता विफल रही। डीएम ने किसानों से घर लौटने का आग्रह किया है, लेकिन किसानों ने बेमियादी धरना शुरू करने के साथ 29 सितंबर को शहर में पैदल मार्च व दो अक्टूबर को कमिश्नरी पार्क में महापंचायत करने का निर्णय लिया है।

चौ. चरण सिंह की प्रतिमा को कराया स्नान

किसान मजदूर संगठन के पदाधिकारियों ने सोमवार को कमिश्नरी पार्क में चौ. चरण सिंह की प्रतिमा को जल से स्नान कराया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने बताया कि सोमवार की बैठक में निर्णय लिया गया है कि 29 सितंबर को संगठन के किसान शहर की प्रमुख सड़कों पर सांकेतिक पैदल मार्च निकालेंगे। इसके बाद दो अक्टूबर को कमिश्नरी पार्क में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।

डीएम से वार्ता रही विफल

सोमवार रात किसान मजदूर संगठन का प्रतिनिधिमंडल बुलावे पर डीएम के. बालाजी से वार्ता करने पहुंचे। राष्ट्रीय प्रवक्ता ललित राणा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मलिक व मेरठ जिलाध्यक्ष देवराज सिंह ने डीएम से अपनी मांग को दोहराया। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए समय सुनिश्चित होने से पहले धरना समाप्त करने के लिए इन्कार कर दिया।

ये रहीं प्रमुख मांगें

- सभी किसानों का संपूर्ण ऋण माफ

- गन्ने का मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल

- कृषि यंत्र, गैस व डीजल पर टैक्स हटे\

- सिंचाई हेतु किसानों को निश्शुल्क बिजली

- स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुरूप किसान आयोग का गठन

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