राहत की बात : मेरठ में शताब्दी नगर से मोदीपुरम तक बिजली आपूर्ति पर नहीं पड़ेगा आंधी-बारिश का असर

मेरठ में एनसीआरटीसी 33 केवी और अन्य इलेक्ट्रिकल हाइटेंशन विद्युत लाइनों भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए अंडरग्राउंड कर रहा है। अभी तक ओवरहेड लाइनें सिंगल सर्किट की थी। लेकिन अब अंडरग्राउंड केबल लाइन डबल सर्किट की डाली जा रही है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sun, 22 Aug 2021 11:00 PM (IST) Updated:Sun, 22 Aug 2021 11:00 PM (IST)
राहत की बात : मेरठ में शताब्दी नगर से मोदीपुरम तक बिजली आपूर्ति पर नहीं पड़ेगा आंधी-बारिश का असर
दिल्ली रोड पर नहीं दिखेगी 33 केवी ओवरहेड लाइन, बिजली खंभे भी नजर नहीं आएंगे।

मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में रैपिड रेल प्रोजेक्ट के साथ बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में भी सुधार दिखाई देगा। एनसीआरटीसी दिल्ली से मेरठ तक रैपिड रेल मार्ग की ओवरहेड बिजली लाइनों को शिफ्ट कर अंडरग्राउंड केबल लाइन बिछा रहा है। जिसका 85 फीसद काम पूरा हो चुका है। मेरठ में आने वाले दिनों में शताब्दीनगर से मोदीपुरम तक बिजली आपूर्ति न्यूनतम रुकावट के साथ सुनिश्चित होगी। दिल्ली रोड पर न तो 33 केवी की ओवरहेड लाइन दिखाई देगी और न ही बिजली के खंभे नजर आएंगे। अंडरग्राउंड केबल लाइन होने से आंधी-बारिश से भी बिजली आपूर्ति में व्यवधान नहीं होगा।

यह होगा फायदा

मुख्य बात ये है कि एनसीआरटीसी 33 केवी और अन्य इलेक्ट्रिकल हाइटेंशन विद्युत लाइनों भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए अंडरग्राउंड कर रहा है। अभी तक ओवरहेड लाइने सिंगल सर्किट की थी। लेकिन अब अंडरग्राउंड केबल लाइन डबल सर्किट की डाली जा रही है। इससे बड़ा फायदा ये होगा कि एक लाइन में कभी फाल्ट होता है तो दूसरी लाइन से बिजली आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। दिल्ली से मेरठ के बीच रीजनल रैपिड रेल के लिए बिजली की लगभग 44 ईएचटी लाइनों का स्थानांतरण होना है। जिनमें से अब तक 36 ईएचटी लाइनों को शिफ्ट कर उनके स्थान पर अंडरग्राउंड लाइन डाली जा चुकी है। यही नहीं, 45 से ज्यारदा ट्रांसफार्मर भी शिफ्ट किए जा चुके हैं।

150 किमी. अंडरग्राउंड लाइन पड़ चुकी

पीवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता शहर विजय पाल के अनुसार मेरठ में रैपिड रेल मार्ग पर लगभग 150 किमी. बिजली लाइन अंडरग्राउंड हो चुकी है। दिल्ली रोड से जुड़े मोहकमपुर, माधवपुरम, रामलीला ग्राउंड, टीपीनगर, शारदा रोड आदि बिजलीघरों में आपूर्त का व्यवधान अधिक था। जो 33 केवी की लाइन अंडरग्राउंड होने से अब काफी कम हो गया है। इसी तरह रुड़की रोड, पल्लवपुरम, मोदीपुरम में भी बिजली आपूर्ति की स्थिति पहले से बेहतर हो गई है। हालांकि अभी कार्य प्रगति पर है। इसलिए थोड़ी बहुत दिक्कतें आएंगी लेकिन भविष्य में इन क्षेत्रों में निर्बाध आपूर्ति होगी।

अंडरग्राउंड लाइन से ये होंगे फायदे:--

- शताब्दी नगर से मोदी पुरम तक भविष्य में बिजली की निर्बाध आपूर्ति न्यूनतम रुकावट के साथ होगी।

- अंडरग्राउंड लाइन पडऩे से फाल्ट में कमी आएगी। जिससे विद्युत ब्रेकडाउन कम से कम होगा।

- प्रति वर्ष बिजली चोरी और ब्रेकडाउन से होने वाले राजस्व क्षति में कमी आएगी।

- निर्बाध आपूर्ति से मेरठ में निवेश, व्यापार व उद्योग विस्तार करने का बेहतर माहौल बनेगा।

- कम रखरखाव की आवश्यकता होती है और दुर्घटना की संभावना भी कम होगी।

chat bot
आपका साथी