पुलिस लाइन में होम कंपोस्टिग, 1500 पुलिसकर्मियों के परिवार जुड़ेंगे
नगर निगम ने मिशन हरियाली के तहत घर-घर गीले कचरे से खाद बनाने का होम कंपोस्टिंग अभियान शुरू किया है।
मेरठ, जेएनएन। नगर निगम ने मिशन हरियाली के तहत घर-घर गीले कचरे से खाद बनाने का होम कंपोस्टिंग अभियान शुरू किया है। शनिवार को इस अभियान से मेरठ पुलिस भी जुड़ गई। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस लाइन की सभी मेस में होम कंपोस्टिंग की जाएगी। निगम की मुहिम से 1500 पुलिसकर्मियों के परिवार जुड़ेंगे। कार्यक्रम के अंत में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों ने संकल्प लिया कि घर में ही गीले कचरे से खाद बनाकर उसका निस्तारण करेंगे।
नगर आयुक्त डा. अरविद चौरसिया ने कहा कि आज हमें जहरीली सांस लेनी पड़ रही है। वातावरण में आक्सीजन कम हो गई है। पर्यावरण और प्रकृति का संतुलन बिगड़ गया है। अगर आज नहीं सोचेंगे तो कल पछताना होगा। कहीं ऐसा न हो कि 50 साल बाद हर व्यक्ति को अपनी पीठ पर आक्सीजन सिलेंडर लादकर चलना पड़े। इसलिए सड़क पर फेंकने के बजाय गीले कचरे को घर में ही निस्तारित करना होगा। एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने में पुलिस का पूरा सहयोग रहेगा। जनता को भी जागरूक करेंगे। कार्यक्रम में सहायक नगर आयुक्त प्रथम ब्रजपाल सिंह, सहायक नगर आयुक्त इंद्र विजय, एएसपी कैंट डा. इरज राजा, सीएफओ संतोष राय, सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल, पार्षद ललित नागदेव समेत करीब 500 पुलिसकर्मी मौजूद रहे। तकनीकी सलाहकार व निगम की ब्रांड एंबेसडर सना खान ने होम कंपोस्टिंग का प्रशिक्षण दिया।
30 दिन में तैयार हो जाती है खाद
नगर आयुक्त ने कहा कि 30 दिन में गीले कचरे (जैसे सब्जी के अपशिष्ट, फलों के छिलके, बचा खाना, अंडे के छिलके अर्थात वह कचरा जो गल जाए) की दो बाल्टियों के माध्यम से खाद बनाई जाती है। गीले कचरे में कल्चर या छाछ-गुड़ मिलाया जाता है। यह कल्चर निगम निश्शुल्क दे रहा है। तकनीकी सलाह भी निश्शुल्क मिलेगी। गीले कचरे से बनी खाद का उपयोग मिट्टी मिलाकर छतों पर बागवानी तैयार करने में किया जा सकता है।