कॉलेज से मिलेगी सीसीएसयू की डिग्री, हर जिले में बनेगा नोडल सेंटर

सीसीएसयू की डिग्री भी मार्कशीट की तरह कॉलेज से मिला करेगी। आगामी कार्य परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव रखा जाएगा। छात्रों की सहूलियत को देखते हुए यह प्रस्ताव बनाया गया है।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Wed, 24 Oct 2018 12:11 PM (IST) Updated:Wed, 24 Oct 2018 12:11 PM (IST)
कॉलेज से मिलेगी सीसीएसयू की डिग्री, हर जिले में बनेगा नोडल सेंटर
कॉलेज से मिलेगी सीसीएसयू की डिग्री, हर जिले में बनेगा नोडल सेंटर
मेरठ (जेएनएन)। मार्कशीट की तरह डिग्री भी छात्र-छात्रएं कॉलेज से प्राप्त कर सकेंगे। उन्हें डिग्री के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। विवि प्रशासन की ओर से डिग्री बांटने की प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है।
एक हजार से ज्यादा कॉलेज
विवि से जुड़े मेरठ और सहारनपुर मंडल में कॉलेजों की संख्या एक हजार से अधिक पहुंच चुकी है। हर साल लाखों की संख्या में छात्र विवि से डिग्री प्राप्त करते हैं। सभी कॉलेजों की डिग्री विवि परिसर से ही दी जाती है। प्राइवेट छात्रों की डिग्री भी विवि से मिलती है। विवि अब इस व्यवस्था में सुधार करने जा रहा है। आने वाले समय में प्राइवेट छात्रों के लिए हर जिले में नोडल सेंटर बनाए जाएंगे। नोडल सेंटर उस क्षेत्र के किसी भी राजकीय या अनुदानित कॉलेज को बनाया जाएगा, जहां से प्राइवेट छात्र डिग्री प्राप्त कर सकेंगे।

कार्यपरिषद में रखा जाएगा प्रस्ताव
वहीं रेगुलर छात्र अपने कॉलेज से डिग्री प्राप्त कर सकेंगे। आगामी कार्यपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। विवि के कुलपति प्रो. एनके तनेजा का कहना है कि छात्रों की सहूलियत और सुविधा के लिए जो भी उपाय किए जाने चाहिए, वे सारे किए जाएंगे।
दीक्षा मिली, डिग्री नहीं
चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह भले ही नियमित समय पर होने लगा है और राज्यपाल निर्धारित समय पर दीक्षांत समारोह कराने के बाद गर्व की अनुभूति कर रहे हों। लेकिन स्थिति यह है कि दीक्षांत के बाद भी छात्रों को समय से डिग्री नहीं मिल पा रही है। इससे दीक्षांत के औचित्य पर भी सवाल उठने लगा है। विवि में वर्ष 2017-18 के छात्रों का दीक्षांत समारोह अभी सितंबर के महीने में हुआ है। दीक्षांत में जितने छात्रों को मेडल दिया जाना था, और जो छात्र मेरिट लिस्ट में थे। दीक्षांत में केवल उन्हीं छात्रों की डिग्री बनकर तैयार हुई थी। बाकी लाखों की संख्या में छात्रों की डिग्री नहीं बनी हुई है। अभी कुछ दिन पहले विवि ने डिग्री बनवाने के लिए टेंडर जारी किया है। विवि में पिछले कई साल से दीक्षांत के बाद कई सालों तक छात्रों की डिग्री नहीं बन पाती है। वर्ष 2016-17 की डिग्री बनने के लिए अभी कुछ समय पहले टेंडर जारी किया गया है। विवि में डिग्री सेक्शन छात्रों की डिग्री समय से बने, इसे लेकर भी गंभीर नहीं है। छात्र अपनी डिग्री के लिए विवि परिसर का चक्कर काट रहे हैं। हालांकि विवि के कुलपति प्रो. एनके तनेजा जिस वर्ष में दीक्षांत के समय ही छात्रों की डिग्री बनवाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। लेकिन अभी इसमें पूरी तरह से सफलता नहीं मिल पाई है।
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