एनसीआर की तर्ज पर बन रहा गंगानगर का हाईटेक थाना

आकर्षक रिसेप्शन डाइनिंग रूम मनरंजन कक्ष मीटिंग रूम कैंटीन यूटिलिटी रूम कंप्यूटर रूम सर्विलांस रूम डायल 100 रूम किचन पेंट्री और छत पर घूमने के लिए ओपन टेरेस। यह नजारा किसी होटल की नहीं बल्कि गंगानगर एन-पॉकेट में निर्माणाधीन गंगानगर थाने की बिल्डिंग का है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Aug 2019 03:00 AM (IST) Updated:Tue, 27 Aug 2019 06:35 AM (IST)
एनसीआर की तर्ज पर बन रहा गंगानगर का हाईटेक थाना
एनसीआर की तर्ज पर बन रहा गंगानगर का हाईटेक थाना

मेरठ, जेएनएन : आकर्षक रिसेप्शन, डाइनिंग रूम, मनरंजन कक्ष, मीटिंग रूम, कैंटीन, यूटिलिटी रूम, कंप्यूटर रूम, सर्विलांस रूम, डायल 100 रूम, किचन, पेंट्री और छत पर घूमने के लिए ओपन टेरेस। यह नजारा किसी होटल की नहीं, बल्कि गंगानगर एन-पॉकेट में निर्माणाधीन गंगानगर थाने की बिल्डिंग का है। एनसीआर की तर्ज पर तैयार हो रहा पुलिसकर्मियों को गंगानगर थाने में आधुनिक सभी सुविधाएं दी जाएंगी। यह थाना मेरठ में अब तक आधुनिकतम तकनीक के साथ तैयार किया जा रहा है। पूर्व सीएम की घोषणा से लेकर भूमि पूजन तक

सपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वर्ष 2015 में मेरठ जनपद में रोहटा, पल्लवपुरम व गंगानगर समेत तीन नये थानों के स्थापना की घोषणा की थी। तीन वर्षो की लंबी तलाश के बाद एमडीए ने पुलिस विभाग को यह भूमि आवंटित कर दी। इस भूमि पर पहले एमडीए की ट्रैफिक थीम पार्क बनाने की योजना थी, लेकिन शासन से आवंटित गंगानगर थाने की बिल्डिंग की धनराशि की पहली किश्त वापस होने वाली थी। इसके चलते कमिश्नर की बोर्ड बैठक में इस भूमि को गंगानगर थाने की आवंटित करा लिया गया। जनवरी में तत्कालीन एसएसपी अखिलेश कुमार ने इसका भूमिपूजन किया था। एन-पॉकेट में 132 केवी ट्रांसमिशन के पास 2759 वर्ग मीटर में निर्माणाधीन गंगानगर थाने का बजट 7.46 करोड़ है। इसमें से पहली किश्त करीब 1.50 करोड़ काफी पहले जारी हो चुका थी। हाइटेक सिस्टम, सभी सुविधाओं से लैस

पुलिस आवास निर्माण निगम के अधिकारियों ने बताया कि गंगानगर थाने की बिल्डिंग ग्राउंड फ्लोर के साथ तीन मंजिल की होगी। आर्किटेक्ट के अनुसार तैयार आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित भवन में सोलर सिस्टम, अग्निशमक यंत्र व भूकंपरोधी सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। ग्राउंड फ्लोर पर मुख्य तौर से थानाध्यक्ष कार्यालय के अलावा रिसेप्शन, महिला व पुरूष हवालात, शौचालय, शिकायती कक्ष, डायल 100 की दो जीप पार्क करने के लिए जगह दी जा रही है। पहली मंजिल पर पुलिसकर्मियों के लिए मीटिंग रूम, यूटिलिटी रूम, कैंटीन, लॉबी, मालखाना, एसआई रूम, सर्विलांस रूम, कंप्यूटर रूम व बैरक आदि की सुविधा दी जाएगी। दूसरी मंजिल पर हेड कांस्टेबल रूम, स्टोर रूम, किचन, ओपन टेरेस, डाइनिंग रूम, मनरंजन कक्ष बनाया जाएगा। तीसरी मंजिल पर दस लोगों की क्षमता के तीन बैरक, लॉबी व ओपर टेरेस होगा। थाने की बिल्डिंग के सामने ही पुलिसकर्मियों के आवास बनेंगे। पुलिस आवास निर्माण निगम से अधिशासी अभियंता सुरेश सिंह, सहायक अभियंता तिलकराज, अवर अभियंता देवेंद्र प्रकाश के अलावा साइट की देखरेख सुपरवाइजर जितेंद्र सिंह व रमाकांत कर रहे हैं।

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