सैनिक बनने की दौड़ में बेटियां शामिल, नौ जिलों में हुई प्रवेश परीक्षा Meerut News

उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए मेरठ में 183 बालिकाओं ने परीक्षा दी। यह प्रवेश परीक्षा मेरठ सहित प्रदेश के नौ जिलों में हुई।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 14 Jan 2020 05:30 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jan 2020 05:30 PM (IST)
सैनिक बनने की दौड़ में बेटियां शामिल, नौ जिलों में हुई प्रवेश परीक्षा Meerut News
सैनिक बनने की दौड़ में बेटियां शामिल, नौ जिलों में हुई प्रवेश परीक्षा Meerut News

मेरठ, [अमित तिवारी]। भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा करने का रास्ता बनने के बाद बेटियों ने भी इस ओर तेजी से कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। बेटियों को सेना में अफसर बनने की शिक्षा और ट्रेनिंग शुरू से ही देने के लिए उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल में बालिकाओं को भी दाखिला दिया जा रहा है। कक्षा नौ में महज 15 सीटों पर दाखिले के लिए प्रदेशभर की बेटियों में काफी कड़ी प्रतिस्पर्धा है। मेरठ सहित प्रदेश के नौ जिलों में हुई प्रवेश परीक्षा में बालिकाओं के रुझान से स्पष्ट है कि परिजन भी बेटों के साथ बेटियों को सेना की यूनिफार्म में देखने को लालायित हैं।

बेटियों में इस तरह है प्रतिस्पर्धा

रविवार को सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए राजकीय इंटर कॉलेज मेरठ में हुई प्रवेश परीक्षा में ही 183 बालिकाओं ने हिस्सा लिया। इस आंकड़े को ही देखें तो स्कूल में निर्धारित 15 सीटों में हर सीट पर 12 बेटियों के बीच प्रतिस्पर्धा है। यह प्रवेश परीक्षा मेरठ के अलावा वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, गोरखपुर, अयोध्या, बरेली, लखनऊ और आगरा में हुई। कक्षा छह में बालकों व कक्षा नौवीं में केवल बालिकाओं के रजिस्ट्रेशन हुए। इस साल करीब छह हजार रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जिनमें से बालिकाओं की संख्या करीब डेढ़ हजार है। इस लिहाज से हर सीट पर 100 बेटियों में प्रतिस्पर्धा होगी।

हर सीट पर पांच का होगा साक्षात्कार

कैप्टन मनोज कुमार पांडेय के अनुसार उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल में कक्षा सात से 12वीं तक की पढ़ाई होती है। पूरी तरह आवासीय स्कूल में कक्षा सातवीं में हर साल 50 बालकों का दाखिला होता है। वहीं बालिकाओं को सत्र 2018-19 में पहली बार कक्षा नौवीं में दाखिले का अवसर दिया गया। हर साल 15 बालिकाओं को ही इसमें दाखिले का अवसर मिलता है। इस लिहाज से इस साल सत्र 2019-20 में दूसरा बैच पढ़ रहा है और सत्र 2020-21 के तीसरे में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। लिखित प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्रओं में से साक्षात्कार के लिए हर सीट पर पांच बच्चों को आमंत्रित किया जाएगा।

उच्चतम शिक्षा व ट्रेनिंग भी

प्रवेश परीक्षा लेने मेरठ आए सैनिक स्कूल के फिजिक्स शिक्षक सौरभ शर्मा के अनुसार छात्र-छात्रओं को नेशनल डिफेंस एकेडमी के लिए तैयार किया जाता है। इसमें एकेडमिक एक्सीलेंस के साथ ही एनसीसी, घुड़सवारी, तैराकी आदि खेलों के साथ सैन्य प्रशिक्षण मिलता है। केमिस्ट्री शिक्षक सत्येंद्र कुमार के अनुसार अब सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे सेना में जाने के साथ ही मेडिकल क्षेत्र, सिविल सेवाओं, इंजीनियरिंग क्षेत्र आदि में भी जा रहे हैं। 

chat bot
आपका साथी