World Blood Donor Day 2019 : आप भी करें रक्तदान, जानिए इससे शरीर को किस तरह पहुंचता है लाभ: Meerut News
एक व्यक्ति का रक्तदान चार लोगों की जिंदगी बचा सकता है। साथ ही यह रक्तदाता को भी सेहतमंद बनाकर रखती है। हार्ट सहित शरीर के कई अंगों को इससे फायदा होता है।
मेरठ, [जागरण विशेष] । एक व्यक्ति का रक्तदान चार लोगों की जिंदगी बचा सकता है। साथ ही यह रक्तदाता को भी सेहतमंद बनाकर रखती है। विशेषज्ञों की मानें तो इससे हार्ट समेत तकरीबन सभी अंगों को फायदा मिलता है। मेडिकल कालेज एवं प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक समेत अन्य 11 केंद्रों पर रक्तदान की तैयारी कर ली गई है।
एक माह में तीन बार कर सकते हैं रक्तदान
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता बताते हैं कि हर स्वस्थ व्यक्ति प्रति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है। अगर ऐसा नहीं है तो साल में कम से कम एक बार जरूर रक्तदान करना चाहिए। मेडिसिन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा.योगिता सिंह का कहना है कि रक्तदान से खून में थक्का जमने का रिस्क कम रहता है। लिपिड प्रोफाइल दुरुस्त होती है, और हार्ट की बीमारियों में काफी बचाव मिलता है। सीएमओ डा. राजकुमार का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग रोजाना सभी ब्लड बैंकों में रक्त की उपलब्धता का आंकड़ा बनाता है।
कैंसर का खतरा भी टलता है
हालांकि रक्तदान को लेकर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने बताया कि रक्तदान से शरीर में नई कोशिकाएं बनती हैं, जिससे सेहत ठीक होती है। पेट एवं उदर रोग विशेषज्ञ डा. तुंगवीर सिंह आर्य की मानें तो इससे लीवर की बीमारियों में भी राहत मिलती है। कई लोगों के शरीर में आयरन की मात्रा ज्यादा जमा होने से लीवर क्षतिग्रस्त होने की आशंका होती है। रक्तदान से इसके साथ ही कैंसर का भी काफी हद तक खतरा टल जाता है।
इनका कहना है
रक्तदान मानव धर्म है। आइएमए की ओर से स्थापित ब्लड बैंक में सभी आधुनिक सुविधाएं हैं। रक्तदान को बढ़ावा देने से ब्लड बैंक और लोगों का जीवन बचाने में मदद करेगा। यह रक्तदाता को भी निरोगी बनाता है।
- डा. शिशिर जैन, अध्यक्ष, आइएमए
जिला अस्पताल के ब्लड बैंक को कई बार प्रदेशस्तरीय अवार्ड मिला है। रक्तदान कैंप नियमित रूप से लगाकर ब्लड कंपोनेंट की उपलब्धता बनाकर रखी जाती है। हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए।
- डा. पीके बंसल, प्रमुख चिकित्साधीक्षक, जिला अस्पताल
ब्लड डोनेट करने से करीब 650 कैलोरी घट जाती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। किंतु तीन माह से पहले रक्तदान दोबारा न करें। रक्तदान से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। मैं रक्तदाताओं को हमेशा प्रोत्साहित करता हूं।
- डा. सुनील गुप्ता, निदेशक, केएमसी
एक माह में तीन बार कर सकते हैं रक्तदान
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता बताते हैं कि हर स्वस्थ व्यक्ति प्रति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है। अगर ऐसा नहीं है तो साल में कम से कम एक बार जरूर रक्तदान करना चाहिए। मेडिसिन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा.योगिता सिंह का कहना है कि रक्तदान से खून में थक्का जमने का रिस्क कम रहता है। लिपिड प्रोफाइल दुरुस्त होती है, और हार्ट की बीमारियों में काफी बचाव मिलता है। सीएमओ डा. राजकुमार का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग रोजाना सभी ब्लड बैंकों में रक्त की उपलब्धता का आंकड़ा बनाता है।
कैंसर का खतरा भी टलता है
हालांकि रक्तदान को लेकर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने बताया कि रक्तदान से शरीर में नई कोशिकाएं बनती हैं, जिससे सेहत ठीक होती है। पेट एवं उदर रोग विशेषज्ञ डा. तुंगवीर सिंह आर्य की मानें तो इससे लीवर की बीमारियों में भी राहत मिलती है। कई लोगों के शरीर में आयरन की मात्रा ज्यादा जमा होने से लीवर क्षतिग्रस्त होने की आशंका होती है। रक्तदान से इसके साथ ही कैंसर का भी काफी हद तक खतरा टल जाता है।
इनका कहना है
रक्तदान मानव धर्म है। आइएमए की ओर से स्थापित ब्लड बैंक में सभी आधुनिक सुविधाएं हैं। रक्तदान को बढ़ावा देने से ब्लड बैंक और लोगों का जीवन बचाने में मदद करेगा। यह रक्तदाता को भी निरोगी बनाता है।
- डा. शिशिर जैन, अध्यक्ष, आइएमए
जिला अस्पताल के ब्लड बैंक को कई बार प्रदेशस्तरीय अवार्ड मिला है। रक्तदान कैंप नियमित रूप से लगाकर ब्लड कंपोनेंट की उपलब्धता बनाकर रखी जाती है। हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए।
- डा. पीके बंसल, प्रमुख चिकित्साधीक्षक, जिला अस्पताल
ब्लड डोनेट करने से करीब 650 कैलोरी घट जाती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। किंतु तीन माह से पहले रक्तदान दोबारा न करें। रक्तदान से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। मैं रक्तदाताओं को हमेशा प्रोत्साहित करता हूं।
- डा. सुनील गुप्ता, निदेशक, केएमसी
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