दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे: बरसात में दुर्घटना का ज्यादा खतरा, NHAI ने दिए सुझाव- बचाव के लिए अपनाएं ये टिप्स
बारिश का मौसम है ऐसे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें ताकि दुर्घटना से बचे रहें। सड़क दुर्घटना से बचने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने कुछ उपायों के पालन के लिए ट्वीट किए हैं। प्वाइंट में जानें...
[प्रदीप द्विवेदी] मेरठ। बारिश का मौसम है, ऐसे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें ताकि दुर्घटना से बचे रहें। सड़क दुर्घटना से बचने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने कुछ उपायों के पालन के लिए ट्वीट किए हैं। एनएचएआइ के वे उपाय दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे समेत विभिन्न एक्सप्रेस-वे व राष्ट्रीय राजमार्गो के लिए हैं, लेकिन जिले की सामान्य सड़कें दुर्घटना का कारण ज्यादा बनती हैं। ऐसे में इस मौसम में किसी भी सड़क से गुजरें तो सावधान रहें, एहतियात बरतें।
इन नियमों का पालन जरूर करें गाड़ियों के टायर की ग्रिप की जांच कर लें। ग्रिप खत्म होने पर ये दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। ब्रेक लेने पर गाड़ी फिसल जाती है। वाहन चालक का संतुलन बिगड़ जाता है। घिसे हुए टायर को बदलवा दें। वाइपर की जांच कर लें। यदि सही तरीके से कार्य नहीं कर रहे हैं तो ठीक करा लें या नया लगवा लें। बारिश होने पर शीशे से स्पष्ट दिखाई नहीं देता इसलिए वाइपर होना बेहद जरूरी है। बारिश होने पर लाइट जलाकर रखें। इससे दृश्यता स्पष्ट रहती है। दूसरे वाहनों से टकराने की आशंका कम रहती है।
इन्हें भी न करें अनदेखा सामान्य रास्तों पर गड्ढे रहते हैं। उनमें पानी भरा होने के कारण ये रात में नजर नहीं आते। इसलिए तेज गति से वाहन न चलाएं। बारिश के बाद कीचड़ होना आम बात हो गई है, इसलिए वाहन धीमी गति से चलाएं। ओवरटेक न करें। कीचड़ में दोपहिया वाहन के फिसलने की संभावना ज्यादा रहती है। वाहन की सर्विस जरूर करा लें। बारिश में वाहनों के अचानक बंद होने की आशंका रहती है, ऐसे में पहले से कलपुर्जे दुरुस्त रहेंगे तो दुर्घटना से बचे रहेंगे। दोपहिया वाहन चालक सामान्य रेन कोट की जगह यदि रिफ्लेक्टर वाले रेन कोट पहनें तो ज्यादा सुरक्षित रहेंगे। रात में अंधेरा होने पर रिफ्लेक्टर रेन कोट पीछे से आ रहे वाहन से बचाव करते हैं।