Riot control training : चंडीगढ़ पुलिस ने मेरठ में सीखा दंगा नियंत्रण, जानिए प्रशिक्षण में क्या-क्या रहा शामिल

Riot control training मेरठ में चंडीगढ़ पुलिस के 118 जवानों का प्रशिक्षण एक नवंबर से शुरू हुआ था। इनमें 77 पुरुष और 41 महिला जवान शामिल रहीं। जवानों को दंगे के दौरान भीड़ नियंत्रण की तकनीकी जानकारी दी गई। दंगा नियंत्रण के आधुनिक हथियारों के बारे में बताया गया।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 10:54 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 10:54 PM (IST)
Riot control training : चंडीगढ़ पुलिस ने मेरठ में सीखा दंगा नियंत्रण, जानिए प्रशिक्षण में क्या-क्या रहा शामिल
चंडीगढ़ पुलिस ने मेरठ में सीखा दंगा नियंत्रण

मेरठ, जागरण संवाददाता। रेपो में एक माह तक चले दंगा नियंत्रण प्रशिक्षण के दौरान चंडीगढ़ पुलिस के जवानों ने दंगा नियंत्रण की बारीकियां सीखीं। प्रशिक्षण में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे जवानों को सम्मानित किया गया।

दंगे के दौरान भीड़ नियंत्रण की तकनीकी जानकारी दी

वेदव्यासपुरी स्थित लोक व्यवस्था अकादमी (रेपो) में चंडीगढ़ पुलिस के 118 जवानों का प्रशिक्षण एक नवंबर से शुरू हुआ था। इनमें 77 पुरुष और 41 महिला जवान शामिल रहीं। जवानों को दंगे के दौरान भीड़ नियंत्रण की तकनीकी जानकारी दी गई। दंगा नियंत्रण के आधुनिक हथियारों के बारे में बताया गया। भीड़ का मनोविज्ञान, पुलिस-पब्लिक व्यवहार, सांप्रदायिक सदभाव, फायर फायटिंग तकनीक, लेस लीथल वेपन/ एमुनेशन हैंडलिंग, नए उपकरणों से परिचय, विशेष वाहनों जैसे-वज्र, वरुण, दंगा विरोधी ड्रिल, मानवाधिकार के साथ-साथ दंगा नियंत्रण से संबंधित विभिन्न केस स्टडीज के बारे में पढ़ाया गया। टियर स्मोक मुनीशन/ग्रेनेड तथा विशेष वाहन वज्र से फायरिंग का अभ्यास फिरोजपुर झिरका फायरिंग रेंज में कराया गया।

प्रशिक्षण में बेल्ट नंबर 650 सिपाही (महिला) पिंकी, द्वितीय बेल्ट नंबर 756 सिपाही (महिला) रमनप्रीत कौर और तृतीय बेल्ट नंबर 817 सिपाही (महिला) सुदेश कुमारी रहीं। पुलिस उप महानिरीक्षक रेपो अखिलेश कुमार सिंह ने मेडल और प्रमाण-पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। इस दौरान उप कमांडेंट सदा राम सिंह, उप कमांडेंट हरीश चंद्र नेगी, उप कमांडेंट नीरज कुमार झा, सहायक कमांडेंट प्रमोद कुमार सिंह, सहायक कमांडेंट अजीत कुमार आदि माजूद रहे।

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