CCSU Meerut News: सीसीएसयू में स्नातक में प्रवेश अब ओपन मेरिट से, छात्र कालेजों में जमा करेंगे आफर लेटर
CCSU Meerut News एडमिशन के लिए छात्रों का इंतजार खत्म हुआ। स्नातक पाठ्यक्रमों बीए-एलएलबी बीकाम-एलएलबी बीबीए-एलएलबी बीपीईएस बीएससी फिजिकल एजुकेशन हेल्थ एजुकेशन एंड स्पोट्र्स को छोड़कर की पहली मेरिट 11 अक्टूबर को प्रकाशित की जाएगी। छात्रों का इंतजार हो गया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। CCSU Meerut News मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और कालेजों में दो मेरिट से 58 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के प्रवेश हो चुके हैं। अब विश्वविद्यालय से ओपन मेरिट जारी की जा रही है। छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आफरलेटर डाउनलोड कर 11 और 12 अक्टूबर को कालेजों में जमा कर सकते हैं।
पहली मेरिट आज
स्नातक पाठ्यक्रमों, बीए-एलएलबी, बीकाम-एलएलबी, बीबीए-एलएलबी, बीपीईएस, बीएससी फिजिकल एजुकेशन हेल्थ एजुकेशन एंड स्पोट्र्स को छोड़कर, की पहली मेरिट 11 अक्टूबर को प्रकाशित की जाएगी। इसमें जिन छात्र-छात्राओं ने कालेजों में आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था, उसमें प्रवेश ले चुके छात्र-छात्राओं को छोड़कर सभी रजिस्टर्ड छात्रों की ओपन मेरिट जारी कर दी गई है। जिसके आफरलेटर अभ्यर्थी अपनी लाग इन आइडी से डाउनलोड कर अपने चयनित कालेजों में जमा कराएंगे। अभ्यर्थियों को स्टूडेंट कापी अपने पास रखने के लिए कहा गया है।
ओपन मेरिट से 13 अक्टूबर से प्रवेश
छात्रों के कालेज में आफर लेटर जमा करने के बाद कालेज रिक्त सीटों के सापेक्ष पहली मेरिट तैयार करेंगे। अभ्यर्थी उसके अनुसार 13 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक प्रवेश ले सकेंगे। कालेजों को प्रवेश लेने के बाद 18 अक्टूबर तक कनफर्म करना होगा।
कालेजों के लिए प्रवेश नियमावली जारी
विवि की ओपन मेरिट के साथ कालेजों के लिए प्रवेश की नियमावली भी जारी की गई है। विवि ने कालेजों से कहा है कि वह सीसीएसयू की वेबसाइट पर प्रवेश नियमावली डाउनलोड कर देख लें। प्रवेश नियमावली के अनुसार अभ्यर्थियों की मेरिट इंटरमीडिएट के अंकों के आधार पर बनाई जाएगी। व्यवसायिक परीक्षा से इंटर करने वाले छात्रों की मेरिट इंटरमीडिएट की लिखित परीक्षा के पाए दो तिहाई प्राप्तांक और प्रयोगात्मक विषयों के एक तिहाई प्राप्तांक से बनेगी। मेरिट सूची तैयार करने के लिए स्नातक व परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए अर्ह परीक्षा में कितने भी वर्ष का अंतराल होने पर भी कटौती नहीं की जाएगी।
चार वर्ष का अंतराल
स्नातक और परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए अर्ह परीक्षा में दो वर्ष के अंतराल से अधिक होने पर प्रयोगात्मक विषयों की डिग्री को छोड़कर प्रवेश नहीं दिया जाता था। अब इस अंतराल सीमा को दो से चार वर्ष कर दिया गया है।