कामकाज का हिस्सा बन गया शारीरिक दूरी व तापमान जांच

उद्यमी पिछले साल से ज्यादा सतर्क और फिक्रमंद हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 05:10 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 05:10 AM (IST)
कामकाज का हिस्सा बन गया शारीरिक दूरी व तापमान जांच
कामकाज का हिस्सा बन गया शारीरिक दूरी व तापमान जांच

मेरठ,जेएनएन। उद्यमी पिछले साल से ज्यादा सतर्क और फिक्रमंद हैं। जिन नियमों के कड़े पालन की हिदायत दी जा रही हैं, वे नियम शहर के बड़े व अधिकांश उद्योगों में अब सामान्य कामकाज का हिस्सा बन गए हैं। कर्मचारियों को प्रवेश तभी मिलता है, जब तापमान की जांच हो जाती है और आक्सीजन स्तर माप लिया जाता है। शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य है। ग्लब्स और सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूरी कर दिया गया है।

टेबिल टेनिस की विश्वस्तरीय कंपनी स्टेग इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक राकेश कोहली का कहना है कि शारीरिक दूरी का पालन कराया जा रहा है। मास्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल पहले की तरह बढ़ गया है। वैसे तो कर्मचारियों को इसकी आदत डाल दी गई थी, फिर भी अब जब संक्रमण ने फिर से तेजी से पैर पसारा है, तो सख्ती और बढ़ा दी गई है।

क्रिकेट उत्पाद बनाने में विश्व में उच्च स्थान रखने वाली कंपनी एसजी स्पो‌र्ट्स के मार्केटिग डायरेक्टर पारस आनंद का कहना है कि बिना तापमान व आक्सीजन स्तर के जांच के किसी का भी प्रवेश मना है। सख्ती से इस नियम का पालन किया जा रहा है। इसका फायदा कर्मचारी को भी है और कंपनी को भी। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के मेरठ चैप्टर के चेयरमैन अनुराग अग्रवाल ने बताया कि सभी उद्योगों को शारीरिक दूरी का पालन व अन्य नियमों का पालन करने को कहा गया है। संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में उद्योग के उत्पादन पर कर्मचारियों के बीमार होने पर ज्यादा असर पड़ेगा। रात्रिकालीन कामकाज बंद हुए या फिर सीमित हो गए श्रमिक

उद्यमी अतुल भूषण गुप्ता का कहना है कि कुछ श्रमिकों ने लाकडाउन की बात सुनकर घर जाने की इच्छा जताई है। ऐसे श्रमिकों से बात की जा रही है। समझाया जा रहा है कि कहीं न जाएं। अंकुर एंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक अंकुर जग्गी का कहना है कि कई उद्योगों ने रात्रिकालीन कार्य बंद कर दिया है। क्योंकि आने-जाने में श्रमिकों को दिक्कत होती है।

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