LokSabha Election Result 2019 : शहर के तीन बूथों में खाता तक नहीं खोल सकी भाजपा

शहर सीट पर लंबे समय तक काबिज रहने वाली भारतीय जनता पार्टी यहां के तीन बूथों पर खाता तक नहीं खोल सकी। यह भाजपा के मंथन का समय होगा।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Tue, 28 May 2019 09:44 AM (IST) Updated:Tue, 28 May 2019 09:44 AM (IST)
LokSabha Election Result 2019 : शहर के तीन बूथों में खाता तक नहीं खोल सकी भाजपा
LokSabha Election Result 2019 : शहर के तीन बूथों में खाता तक नहीं खोल सकी भाजपा
मेरठ, [अनुज शर्मा]। शहर विधानसभा में 2017 की हार से भी भाजपा ने कोई सबक नहीं लिया है। उसी का नतीजा है कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी प्रत्याशी को इस विधानसभा में गठबंधन प्रत्याशी से 30 हजार वोटों से पीछे रहना पड़ा। पूर्व में इस सीट पर लंबे समय तक काबिज रहने वाली भाजपा के लिए इससे बड़ी शर्मनाक स्थिति और कोई नहीं हो सकती कि तीन बूथों पर पार्टी का खाता तक न खुल सका। उसे जीरो वोट मिली। विधानसभा के कुल 336 बूथ हैं। जिनमें से 111 में भाजपा को दस से भी कम वोट मिले। जबकि गठबंधन प्रत्याशी याकूब कुरैशी को किसी भी बूथ पर जीरो वोट की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा। मात्र 29 बूथों में उन्हें दस से कम वोट मिले।
जनता से नहीं किया गया संपर्क
लोकसभा चुनाव 2019 में मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट की पांच विधानसभाओं में से चार में भाजपा प्रत्याशी को करारी हार मिली है। जिसमें से शहर विधानसभा में भाजपा को गठबंधन प्रत्याशी से 30,396 वोट कम मिले। इतनी बड़ी संख्या में वोटों से हार का कारण भी साफ है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने यहां की जनता से संपर्क नहीं किया। हालांकि प्रमुख पदाधिकारियों के क्षेत्रों में भाजपा को संतोषजनक वोट मिले लेकिन शहर के बड़े हिस्से में पार्टी को समर्थन नहीं मिल सका।
तीन बूथ में जीरो वोट
शहर विधानसभा के तीन बूथ ऐसे रहे जिनमें भाजपा का वोट का खाता तक न खुल सका। जली कोठी के मदरसे में स्थित बूथ संख्या 06 में भाजपा को एक भी वोट न मिली। सोहराब गेट के प्राथमिक विद्यालय बैरून के बूथ संख्या 64 और अहमदनगर मदरसा के बूथ संख्या 136 में भी भाजपा को जीरो मिली। कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र अग्रवाल को भी बनीसराय चौपाल के बूथ संख्या 182 में तथा बेबी होम पब्लिक स्कूल इस्लामाबाद के बूथ संख्या 152 में एक भी वोट न मिल सकी। गठबंधन प्रत्याशी याकूब कुरैशी को शहर विधानसभा के प्रत्येक बूथ पर वोट मिले। उन्हें कहीं भी जीरो का मुंह नहीं देखना पड़ा।
111 बूथों में दस वोट भी न मिले
शहर विधानसभा में कुल 336 बूथ हैं। भाजपा का प्रदर्शन इस कदर खराब रहा कि 111 बूथों पर पार्टी को दस से कम वोट मिले। गठबंधन प्रत्याशी को मात्र 29 बूथों पर दस से कम वोट मिले। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र अग्रवाल को 152 बूथों पर दस से कम वोट का सामना करना पड़ा।
नामवालों के बूथों पर मिल गए वोट
भाजपा हो या गठबंधन प्रत्याशी दोनों को अपने पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बूथों पर संतोषजनक वोट मिले। भाजपा को भले ही शहर में वोट कम मिले हों लेकिन नामचीन लोगों के क्षेत्र के बूथों में ठीकठाक वोट मिले। पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आर्य समाज इंटर कालेज बुढ़ाना गेट पर वोट डाला था। इस केंद्र के चार बूथों पर भाजपा को 90 फीसदी से ज्यादा वोट मिले। पूर्व महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज के ब्रह्रमपुरी स्थित पांच बूथों पर अधिकांश वोट भाजपा को ही मिले।
यह रही तस्वीर
पूर्व महानगर अध्यक्ष कृष्णगोपाल के राजपूत धर्मशाला स्थित बूथ में भाजपा को गठबंधन से कम वोट मिले। सपा की बात करें तो पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर और पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद के निवास क्षेत्र के मतदान केंद्र फैज ए आम कालेज में पांच बूथों पर अधिकांश वोट गठबंधन प्रत्याशी को ही मिले। महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी और इसरार सैफी के कृष्णापाड़ा स्थित धर्मशाला के बूथ में याकूब को 370 और भाजपा को मात्र 36 वोट मिले। मौ. अब्बास के केसरगंज उच्च प्राथमिक विद्यालय के बूथ संख्या 10 में याकूब को 370 और भाजपा को 36 वोट मिले। अय्यूब अंसारी के उच्च प्राथमिक पाठशाला खैरनगर में बूथ संख्या 297 में याकूब को 381 और भाजपा को 07 वोट मिले।
करने होंगे प्रयास
शहर विधानसभा पर लंबे समय तक भाजपा का कब्जा रहा है। लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी कई बार यहां से विधायक रहे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के रफीक अंसारी ने यहां जीत दर्ज की थी। जिसके बाद भाजपा संगठन को जनता के बीच जाकर विश्वास बनाना था। जो कि नहीं किया गया। उसी का नतीजा लोकसभा चुनाव में सामने आया है।
शहर विस में किसे कितने मत
याकूब कुरैशी 1,09,637
राजेंद्र अग्रवाल 79,241
हरेंद्र अग्रवाल 5,427 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी