साहब! तेजाब पीड़िता का इलाज रुक गया, बच्चों की पढ़ाई छूट गई
तेजाब पीड़िता के परिजनों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर आर्थिक मदद की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि पीड़िता का इलाज रुक गया है, उसके बच्चों की पढ़ाई छूट गई है।
मेरठ, जेएनएन। शताब्दी नगर निवासी व संत विवेकानंद इंटर कॉलेज परतापुर की पूर्व शिक्षिका के परिजनों ने जिला प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है। पूर्व शिक्षिका के परिजन सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचे।
22 नवंबर को डाला था तेजाब
उन्होंने बताया कि गत 22 नवंबर को उनकी बेटी पर तेजाब डालकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। आरोप है कि यह घटना स्कूल संचालक के इशारे पर अंजाम दी गई थी। घटना के बाद जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। प्रशासन ने तब आश्वासन दिया था कि उसके इलाज का पूरा खर्च प्रशासन की ओर से उठाया जाएगा। लेकिन घटना के एक महीने बाद भी आर्थिक सहायता के रूप में उनको कुछ नहीं मिला है, जिस कारण उसका इलाज भी अब नहीं हो पा रहा है। मजबूरन पीड़िता को अब रिश्तेदारी में रखा गया है।
बच्चों की पढ़ाई छूटी
उनका यह भी कहना था कि इस घटना के बाद उसके बच्चों की पढ़ाई छूट गई है। पीड़िता के तीन बच्चे हैं। इनमें 11 साल की एक बेटी, नौ साल का एक बेटा और छह साल की एक छोटी बेटी है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि पीड़िता के इलाज व आर्थिक स्थिति को देखते हुए अतिशीघ्र सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।
22 नवंबर को डाला था तेजाब
उन्होंने बताया कि गत 22 नवंबर को उनकी बेटी पर तेजाब डालकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। आरोप है कि यह घटना स्कूल संचालक के इशारे पर अंजाम दी गई थी। घटना के बाद जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। प्रशासन ने तब आश्वासन दिया था कि उसके इलाज का पूरा खर्च प्रशासन की ओर से उठाया जाएगा। लेकिन घटना के एक महीने बाद भी आर्थिक सहायता के रूप में उनको कुछ नहीं मिला है, जिस कारण उसका इलाज भी अब नहीं हो पा रहा है। मजबूरन पीड़िता को अब रिश्तेदारी में रखा गया है।
बच्चों की पढ़ाई छूटी
उनका यह भी कहना था कि इस घटना के बाद उसके बच्चों की पढ़ाई छूट गई है। पीड़िता के तीन बच्चे हैं। इनमें 11 साल की एक बेटी, नौ साल का एक बेटा और छह साल की एक छोटी बेटी है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि पीड़िता के इलाज व आर्थिक स्थिति को देखते हुए अतिशीघ्र सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।