कोरोना ने बढ़ा दी बिजली विभाग की मुसीबत, बस इतने फीसद ने चुकाया बिल Meerut News

मेरठ में कोरोना वायरस के खौफ के चलते बस 25 फीसद उपभोक्ताओं ने ही बिजली का बिल चुकाया है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Mon, 18 May 2020 08:17 PM (IST) Updated:Mon, 18 May 2020 08:17 PM (IST)
कोरोना ने बढ़ा दी बिजली विभाग की मुसीबत, बस इतने फीसद ने चुकाया बिल Meerut News
कोरोना ने बढ़ा दी बिजली विभाग की मुसीबत, बस इतने फीसद ने चुकाया बिल Meerut News

मेरठ, जेएनएन। कोरोना महामारी ने पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की मुसीबत बढ़ा दी है। निगम के सामने दोहरी चुनौती है। एक तरफ 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करनी है, तो दूसरी तरफ उपभोक्ताओं से बिजली बिल की शत-प्रतिशत वसूली करना। वसूली मामले में नगरीय विद्युत वितरण मंडल को अप्रैल में तगड़ा झटका लगा है। शहर के केवल 25 फीसद उपभोक्ताओं ने ही बिजली बिल चुकाया है, जिसकी भरपाई बिजली अधिकारियों ने मई में करने की रणनीति बनाई है।

बि‍ल‍िंग का काम डोर टू डाेेेर  

उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन के एमडी एम. देवराज के निर्देश के बाद नगरीय विद्युत वितरण मंडल अर्थात शहरी क्षेत्र के पांचों डिवीजन में बिलिंग का काम डोर टू डोर शुरू कर दिया गया है। केवल रेड जोन के कंटेनमेंट क्षेत्र में डोर टू डोर बिलिंग की छूट है। इसके अलावा सभी क्षेत्रों में घर-घर जाकर मीटर रीडर बिलिंग कर रहे हैं। अधीक्षण अभियंता शहर एके सिंह के मुताबिक मार्च व अप्रैल में औसत बिलिंग की गई थी। मई में रीडिंग को लेकर औसत बिलिंग के सापेक्ष जमा धनराशि रीडिंग से अधिक होने पर समायोजित कर दी जाएगी। वहीं, जिन उपभोक्ताओं ने मार्च व अप्रैल में बिलों का भुगतान नहीं किया है, उनको मई में फाइनल बिल जारी किए जाएंगे।

एक नजर आंकड़ों पर

-289015 कुल बिजली उपभोक्ता हैं शहर में।

-247919 उपभोक्ताओं को अप्रैल में जारी हुए बिल।

-52.75 करोड़ रुपये थी अप्रैल में बिल डिमांड।

-15.73 करोड़ रुपये ही हुआ बिल भुगतान।

-61937 उपभोक्ताओं ने अप्रैल में चुकाए बिल

अप्रैल माह में बिजली कंपनी को लगा झटका, मई में भरपाई करने की तैयारी

अप्रैल में पांचों डिवीजन का ऐसा रहा ग्राफ

डिवीजन      कुल उपभोक्ता       बिलिंग हुई

बिल राशि      जमा हुआ             इतने उपभोक्ताओं ने चुकाया

प्रथम  44569 35208 670 लाख 194 लाख 8622

द्वितीय 65707 56012 1278 452 22041

तृतीय 62293 51712 880 155 8645

चतुर्थ 68545 63683 1581 650 17636

पंचम 47901 41224 864 120 4993

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