सतवीर हत्याकांड: आरोपियों की सिफारिश में पहुंचे कैबिनेट मंत्री?
जागरण संवाददाता, मेरठ : भावनपुर के रुकनपुर मोरना के बहुचर्चित सतवीर हत्याकांड के दो आरोपियों की स
जागरण संवाददाता, मेरठ :
भावनपुर के रुकनपुर मोरना के बहुचर्चित सतवीर हत्याकांड के दो आरोपियों की सिफारिश करने का कैबिनेट मंत्री पर आरोप है। हालांकि, उन्होंने इससे इंकार किया है।
रुकनपुर मोरना में 21 जुलाई 2016 को सतवीर पुत्र नन्नू की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक की पत्नी ने पूर्व प्रधान अखलाक, कामिल, मोईन, कपिल, सुंदरपाल, गफ्फार, मईनू और नजमू को नामजद किया था। पुलिस ने पर्दाफाश किया तो पता चला कि सतवीर की पत्नी धनेश्वरी का गांव के दस्तावेज लेखक शौकीन से अवैध संबंध थे। सतवीर अक्सर विरोध करता था। प्रधानी चुनाव में सतवीर का पूर्व प्रधान अखलाक से विवाद हुआ था। इसीलिए धनेश्वरी ने शौकीन के साथ प्लान तैयार कर 21 जुलाई को अपने पति सतवीर की भाड़े के बदमाशों से हत्या करवा दी। पुलिस ने जांच में पहले के आरोपियों के नाम को बाहर किया, वहीं शौकीन के बेटे शाहनवाज के अलावा आसिफ और इरशाद, शौकीन तथा धनेश्वरी को नामजद कर दिया। इरशाद पर तीन दर्जन से अधिक केस हैं। शाहनवाज जमानत पर है। सोमवार को भावनपुर पुलिस ने शौकीन और धनेश्वरी को भी भावनपुर से मेरठ आते हुए पकड़ लिया।
मां और मेरे अब्बा बेकसूर
धनेश्वरी का 21 वर्षीय बेटा अंकित और शौकीन का बेटा शाहनवाज इन दोनों ने कहा कि पुलिस के आरोप झूठे हैं। मेरी मां और मेरे अब्बा बेकसूर हैं, दोनों में कोई संबंध नहीं है। पुलिस ने असली हत्यारोपी छोड़ दिए। सोमवार को दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने हमारी नहीं सुनी, तभी हम मंत्री जी को लेकर कप्तान से गुहार लगाने आए हैं।
इनका कहना है..
ऐसी कोई बात नहीं है, मंत्री जी वैसे ही मिलने के लिए आ गए थे। बातचीत कर चले गए।
जे. रविन्दर गौड, एसएसपी।
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पांच साल तक पुलिस ऑफिस में नहीं आ सका था, सोचा कप्तान से मिला जाए। कोई सिफारिश नहीं की। मिलने का कारण कप्तान ही बता देंगे।
शाहिद मंजूर, मंत्री प्रदेश सरकार।
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शौकीन और धनेश्वरी के बीच अवैध संबंध थे, जिसका विरोध धनेश्वरी का पति सतवीर करता था। धनेश्वरी ने शौकीन संग मिलकर पति की हत्या करा दी और आरोप अपने विरोधियों पर लगाया। जांच में वह निर्दोष पाए गए और हत्यारोपी शौकीन, धनेश्वरी, शाहनवाज, आसिफ व इरशाद हैं। शौकीन, धनेश्वरी को कोर्ट ने जेल भेज दिया। इरशाद पर तीन दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं।
सतेंद्र यादव, एसओ भावनपुर।