डेढ़ लाख रुपये दो या मेरी 'शर्त' मानो

मेरठ : मेरठ कालेज के एक विभाग के रीडर के खिलाफ डीएम पंकज यादव ने जांच बैठा दी है। छात्रा के सामने री

By Edited By: Publish:Wed, 01 Oct 2014 01:23 AM (IST) Updated:Wed, 01 Oct 2014 01:23 AM (IST)
डेढ़ लाख रुपये दो या मेरी 'शर्त' मानो

मेरठ : मेरठ कालेज के एक विभाग के रीडर के खिलाफ डीएम पंकज यादव ने जांच बैठा दी है। छात्रा के सामने रीडर ने पीडीएफ कराने की दो शर्त रखीं। इनमें पहली शर्त डेढ़ लाख रुपये दो अथवा दूसरी शर्त मानो। वहीं, छात्रा के कोई भी शर्त न मानने पर तरह-तरह से परेशान किया गया। साथ ही दिल्ली बुलाकर उसके साथ बदतमीजी करने की भी कोशिश की गयी।

मामला रक्षा अध्ययन विभाग से जुड़ा हुआ है। डीएम पंकज यादव ने छात्रा के गंभीर आरोपों को लेकर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं। उनसे 10 दिन में रिपोर्ट मांगी है। वहीं, जिस रीडर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं वह डा. संजय कुमार हैं। छात्रा ने रीडर डा. कुमार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों से कालेज-प्रशासन में भी खलबली मची हुई है।

छात्रा का आरोप है कि डा. कुमार ने पीडीएफ कराने की आड़ में उसे तरह-तरह से परेशान किया। उन्होंने पीडीएफ का फार्म जमा कराने के बहाने दिल्ली में बुलाया। दिल्ली बुलाकर उसके साथ बदतमीजी करने की कोशिश की। इतना ही नहीं सारी सीमा लांघकर उसके सामने कुछ ऐसी शर्त रखी जिसे उसने इन्कार कर दिया। काफी परेशान करने के बाद पीडीएफ ज्वाइन करायी।

छात्रा के आरोप राजनीति से प्रेरित : डा. कुमार

मेरठ कालेज के रक्षा अध्ययन विभाग के रीडर डा. संजय कुमार ने छात्रा के सभी आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि कालेज में कुछ लोगों की राजनीति से प्रेरित होकर यह गंभीर और उनकी छवि को धूमिल करने वाले आरोप लगाए गए हैं। डा. कुमार ने बताया कि छात्रा ने उनके निर्देशन में ही पीएचडी की उपाधि ली है। साथ ही एक साल से पीडीएफ भी कर रही है। अब यह शिकायत क्यों की? दूसरे, वह अब तक 22 बच्चों को पीएचडी करा चुके हैं, इनमें आठ छात्राएं भी हैं। किसी ने आज तक कोई शिकायत नहीं की। उनका कहना है कि छात्रा फेलोशिप के लिए गुडगांव से आती है। उन्होंने जब नियमित रूप से आने के लिए कहा तो उन पर यह आरोप लगा दिए। जांच में पूरा मामला साफ हो जाएगा।

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