अधिक उत्पादन के लिए संतुलित उर्वरकों का प्रयोग जरूरी

शहर के नगर पालिका कम्यूनिटी हाल में इफको की ओर से मृदा जीर्णोद्धार एवं उत्पादकता विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में पहुंचे वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने कहा कि खेतों से किसी भी फसल का अच्छा उत्पादन के लिए सबसे पहले समय से बुवाई उसके बाद सही और संतुलित उर्वरकों का प्रयोग बेहद जरूरी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Nov 2019 07:07 PM (IST) Updated:Mon, 25 Nov 2019 07:07 PM (IST)
अधिक उत्पादन के लिए संतुलित उर्वरकों का प्रयोग जरूरी
अधिक उत्पादन के लिए संतुलित उर्वरकों का प्रयोग जरूरी

जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के नगर पालिका कम्युनिटी हाल में इफको की ओर से मृदा जीर्णोद्धार एवं उत्पादकता विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में पहुंचे वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने कहा कि खेतों से किसी भी फसल का अच्छा उत्पादन के लिए सबसे पहले समय से बुवाई उसके बाद सही और संतुलित उर्वरकों का प्रयोग बेहद जरूरी है। किसानों को हर समय कृषि में हो रहे तकनीकी बदलावों पर नजर रखनी होगी, तभी वे सफल किसान हो सकेंगे और फसल का अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकेंगे।

बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि किसानों को समय की मांग के अनुरूप कृषि और कृषि के तरीकों में बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीसीबी निदेशक राजेंद्र सिंह ने उर्वरकों के सही चयन पर जोर दिया। इफको के राज्य विपणन प्रबंधक ऋषि पाल तथा क्षेत्रीय प्रबंधक आरके श्रीवास्तव एवं मुख्य प्रबंधक डा.आरके नायक ने इफको के विभिन्न उत्पादों पर विस्तार से चर्चा किया। सभी ने कहा कि उर्वरकों को तैयार करने की तकनीक बदल रही है। केवल एक ही तरह के उर्वरक इस्तेमाल करने की बजाय किसान फसल की मांग के अनुरूप आधुनिक तकनीक से निर्मित उर्वरक का प्रयोग कर फसल का उत्पादन बढ़ा सकते हैं। इस दौरान किसानों को नैनो तकनीक से विकसित नाइट्रोजन, जिक एवं कॉपर पर लगाए गए 20 प्रदर्शन के बारे में विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार, जिला गन्ना अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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