बाढ़ प्रभावित गांवों में आवास निर्माण टेढ़ी खीर

स्थानीय तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में आवास के लाभार्थियों को आवास बनवाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। गांव में जाने वाले संपर्क मार्गों पर अभी जलजमाव होने व संपर्क मार्गों की बदहाली के चलते आवास निर्माण स्थल पर बि¨ल्डग मैटेरियल को पहुंचाने में लाभार्थियों का पसीना छूट रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 06:43 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 06:43 PM (IST)
बाढ़ प्रभावित गांवों में आवास निर्माण टेढ़ी खीर
बाढ़ प्रभावित गांवों में आवास निर्माण टेढ़ी खीर

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : स्थानीय तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में आवास के लाभार्थियों को आवास बनवाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। गांव में जाने वाले संपर्क मार्गों पर अभी जलजमाव होने व संपर्क मार्गों की बदहाली के चलते आवास निर्माण स्थल पर बि¨ल्डग मैटेरियल को पहुंचाने में लाभार्थियों का पसीना छूट रहा है।

फतहपुर मंडाव विकास खंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित रहे चक्की मूसाडोही में आपदा पीड़ित 16 व प्रधानमंत्री आवास के 16 लाभार्थियों के खाते मे धन प्रेषित किया गया है। इसी प्रकार धर्मपुर विशुनपुर में स्वीकृत 55 मे से 49 लाभार्थियों के खाते में दुबारी आंशिक में स्वीकृत 49 मे 45 लाभार्थियों के खाते मे प्रधानमंत्री आवास के निर्माण के लिए शासन द्वारा धन प्रेषित कर दिया गया है। लाभार्थियों के खाते धन प्रेषित होते ही जिला प्रशासन से लेकर खंड विकास अधिकारी द्वारा जल्द से जल्द आवास निर्माण के लिए लाभार्थियों पर जहां दबाव बनवाया जा रहा है, वहीं प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी दिन रात आवास निर्माण के लिए लाभार्थियों का अनुनय विनय कर रहे हैं लेकिन लाभार्थी चाहकर भी आवास निर्माण को गति नहीं दे पा रहे हैं। बाढ़ में डूबने रहने से संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है तो कुछ मार्गों पर जलजमाव बना हुआ है। इससे ईंट, बालू, सीमेंट आवास निर्माण स्थल तक पहुंच नहीं पा रहा है। इससे लाभार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं उनको प्रशासनिक दबाव का अलग से सामना करना पड़ रहा है।

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