स्वच्छता को उतरा डीएवी प्रशासन, लिया संकल्प
मेरा भरत स्वच्छ अभियान बन मंगलवार को शहर के डीएवी इंटर कालेज में प्रधानाचार्य देव भाष्कर ने अपने हाथ में लिया और सर्वप्रथम बच्चों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया और इसके बाद शिक्षकों व बच्चों के साथ लगकर विद्यालय परिसर के कोने कोने को साफ किया। खुद प्रधाचार्य ने इंटर कालेज में सफाई करने के बाद जूनियर सेक्शन के बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए उनके साथ झाड़ू लेकर पहुंचे और पूरे परिसर में झाड़ू लगाकर साफ किया। शिक्षकों व छात्रों ने विद्यालय के मैदान से लेकर अपने अपने क्लासों में झाड़ू लगाना, विद्यालय में फैले ईंट पत्थर आदि को साफ किया कूड़ा का आलम यह रहा कि विद्यालय में रखे सारे कूड़ेदान भर गए।
जागरण संवाददाता, मऊ : मेरा भारत स्वच्छ अभियान मंगलवार को शहर के डीएवी इंटर कालेज में प्रधानाचार्य देव भाष्कर ने अपने हाथ में लिया और सर्वप्रथम बच्चों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया। इसके बाद शिक्षकों व बच्चों के साथ लगकर विद्यालय परिसर के कोने कोने को साफ किया। खुद प्रधानाचार्य ने इंटर कालेज में सफाई करने के बाद जूनियर सेक्शन के बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए उनके साथ झाड़ू लेकर पहुंचे और पूरे परिसर में झाड़ू लगाकर साफ किया। शिक्षकों व छात्रों ने विद्यालय के मैदान से लेकर अपने अपने क्लासों में झाड़ू लगाया। विद्यालय में फैले ईंट पत्थर आदि को साफ किया। कूड़ा का आलम यह रहा कि विद्यालय में रखे सारे कूड़ेदान भर गए।
श्री तिवारी ने कहा कि किसी दूसरे को स्वच्छता के लिए प्रेरित करने से पहले अपने घर की सफाई करनी चाहिए ताकि न केवल उन्हें इसके लिए बताया समझाया जा सके। बल्कि यहां आने जाने वालों को सफाई देखकर प्रेरणा भी मिले। उन्होंने दो अक्टूबर तक के लिए बच्चों के कार्यक्रम भी तय कर शिक्षकों को इसकी जिम्मेदारी भी सौंप दी। इसमें सार्वजनिक स्थलों की सफाई, स्वच्छता पर वाद विवाद व निबंध प्रतियोगिता के आयोजन के साथ साथ नगर के अन्य विद्यालयों के संपर्क बनाकर मानव श्रृंखला बनाने तक की योजना बनाई है। कहा कि आजादी के बाद से यह पहला अवसर है कि स्वच्छता के लिए देश में लोगों के बीच जागरुकता पैदा करने के लिए सरकार से लेकर सामाजिक संगठनों के साथ साथ स्वयं मीडिया समूह भी आगे आ रहा है। इससे न सिर्फ देश में सफाई होगी बल्कि बच्चों के अंदर एक संस्कार विकसित होगा जिसका लाभ आने वाले भविष्य में मिलेगा। ये बच्चे आगे चलकर इसको अपने जीवन में उतारेंगे और फिर देश में स्वच्छता कोई समस्या ही नहीं होगी। इसमें ऋषिकेश पांडेय, ज्ञानेंद्र मिश्र, मनोज ¨सह, भीष्म यादव शरद पांडेय, कंचन लता पांडेय, ऋषिदेव पांडेय, अर¨वद कुमार विमल, उपेंद्र पति पांडेय, राम अवध, सूर्यनाथ यादव, प्रसूनलता ¨सह, अर्चना गुप्ता, मनोज ¨सह, अर¨वद त्रिपाठी, राम सागर वर्मा, बृजेश राय, शैलेंद्र यादव आदि शिक्षक शामिल रहे।