लुटेरों की गोली से घायल पेट्रोल पंप संचालक की मौत

बीती 04 अप्रैल को लुटेरों की गोली से घायल पेट्रोल पंप संचालक उमेश गुप्ता का बुधवार की रात उपचार के दौरान निधन हो गया। वे 45 वर्ष के थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Apr 2019 06:11 PM (IST) Updated:Thu, 18 Apr 2019 09:13 PM (IST)
लुटेरों की गोली से घायल पेट्रोल पंप संचालक की मौत
लुटेरों की गोली से घायल पेट्रोल पंप संचालक की मौत

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : बीती 04 अप्रैल को लुटेरों की गोली से घायल पेट्रोल पंप संचालक उमेश गुप्ता का बुधवार की रात उपचार के दौरान निधन हो गया। वे 45 वर्ष के थे। उन्हें गोली मारकर बदमाशों ने 18,90,000 रुपये लूट लिए थे। गोली लगने से लहूलुहान उमेश गुप्ता का इलाज जिला चिकित्सालय आजमगढ़ में चल रहा था। वहीं बुधवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली। मौत की खबर सुनते परिजनों में कोहराम मच गया। पूरे कस्बे में शोक की लहर दौड़ पड़ी। गम और गुस्से से क्षुब्ध व्यापारियों ने पूरे दिन बाजार बंद रखी। कस्बे में पूरी तरह से सन्नाटा छाया रहा। दोपहर बाद पोस्टमार्टम के उपरांत जब शव घर पहुंचा तो लोग दहाड़ें मारकर रोने लगे। व्यापारियों ने शव को सड़क पर रखकर नेशनल हाइवे जाम कर दिया। लगभग एक घंटे बाद सीओ घोसी के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ तो शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा जा सका।

बीते 04 अप्रैल को उमेश गुप्ता पेट्रोल पंप से 18 लाख 90 हजार रुपये लेकर बाइक से बैंक में जमा करने जा रहे थे। उसी समय बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर रोका और बैग छीनने लगे। विरोध करने पर बदमाशों ने उन्हें पेट में गोली मार दी और बैग लेकर फरार हो गए। उन्हें तत्काल सीएचसी लाया गया, प्राथमिक उपचार के बाद आजमगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया। तब से वहां उपचार चल रहा था, बुधवार की रात में उन्होंने दम तोड़ दिया। यह खबर ज्योंहि परिवार में पहुंची। परिजनों पर वज्रपात हो उठा। सभी दहाड़ें मारकर रोने लगे। पिता रामअवध गुप्ता, भाई गोरख गुप्ता, बहन पुष्पा व सोनी पुत्री सुम्मी व टिकल का रोते-रोते बुरा हाल था। उमेश गुप्ता की पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। इधर कस्बे में खबर फैलते ही व्यापारियों में गम और गुस्से की लहर दौड़ गई। सबने शोक में बुधवार को अपनी दुकानें बंद रखीं। व्यवसायी की मौत की खबर सुनते ही पुलिस प्रशासन भी चौकन्न हो गया। पुलिस पल-पल की खबर लेती रही। व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष उमाशंकर उमर भी पहुंच गए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से लुटेरों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। शव के आते ही व्यापारियों ने सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और लूटकांड के मास्टरमाइंड तथा मुखबिर की गिरफ्तारी एवं व्यापारियों की सुरक्षा की मांग करने लगे। लगभग एक घंटे बाद क्षेत्राधिकारी घोसी के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। तीन आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार

उक्त प्रकरण में पुलिस तीन लोगों को गिरफ्तार कर और लूट का पैसा बरामद चालान किया है तथा लूटकांड में शामिल अन्य अभियुक्तों की भी तलाश कर रही है। अखिल भारतीय व्यापार मंडल ने व्यापारियों की सुरक्षा की मांग की है। उमेश गुप्ता की हत्या में शामिल मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने की मांग। पेट्रोल पंप मालिकों शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की है।

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