मऊ-वाराणसी की रेल यात्रा पर प्रतिदिन आठ घंटे का ग्रहण

मऊ-वाराणसी की रेल यात्रा पर प्रतिदिन आठ घंटे का ग्रहण मऊ-वाराणसी की रेल यात्रा पर प्रतिदिन आठ घंटे का ग्रहण

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Jan 2020 05:42 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 05:42 PM (IST)
मऊ-वाराणसी की रेल यात्रा पर प्रतिदिन आठ घंटे का ग्रहण
मऊ-वाराणसी की रेल यात्रा पर प्रतिदिन आठ घंटे का ग्रहण

जागरण संवाददाता, मऊ : वाराणसी सिटी स्टेशन पर इंटरलाकिग कार्य के चलते कई ट्रेनों को रद कर दिए जाने से वाराणसी और मऊ के बीच के रेल यात्रियों की सांसत बढ़ गई है। सुबह 8:25 पर दादर एक्सप्रेस के मऊ जंक्शन से गुजर जाने के बाद शाम साढ़े चार बजे तक वाराणसी जाने वाली कोई ट्रेन नहीं बच रही है। गोरखपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों की कमी होने से इक्का-दुक्का ट्रेनों में चढ़ने-उतरने को लेकर भीड़ ऐसी हो रही है कि लोगों की शरीर छिल जा रहे हैं। हालांकि, रेलवे प्रबंधन की ओर से इसकी सूचना पूर्व में ही जारी कर दी गई थी, बावजूद इसके प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनों के समय पर यात्रियों के आने और परेशान होकर लौटने का सिलसिला जारी है। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि 20 जनवरी तक यही हाल रहेगा।

शहर के हजारों यात्री प्रतिदिन वाराणसी के लिए जाते हैं। बड़ी संख्या में शहर के लोग तमसा पैसेंजर से वाराणसी जाते हैं और शाम को वापसी में इसी ट्रेन से लौट आते हैं। 55135 सवारी गाड़ी तमसा पैसेंजर के 20 जनवरी तक रद होने के चलते यह ट्रेन भी लोगों के लिए नहीं है। उधर, सुबह 8:20 पर जब दादर एक्सप्रेस आ रही है तो इतनी भीड़ हो जा रही है कि सैकड़ों लोग ट्रेन में सवार ही नहीं हो पा रहे हैं। शेष बचे लोगों को कोई दूसरी ट्रेन मिल ही नहीं पा रही है। दादर के बाद लोगों को वाराणसी तक पहुंचाने के लिए कृषक एक्सप्रेस थी तो इसे भी वाराणसी सिटी-लखनऊ की बजाए 20 जनवरी तक मऊ जंक्शन से ही लखनऊ के लिए चलाया जा रहा है। ट्रेनों की उपलब्धता न होने से यात्रियों में अफरा-तफरी मची हुई है। लोग जैसे-तैसे अपना सफर पूरा कर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी शहर के अस्पतालों में आने वाले मरीजों तथा आगे के इलाज के लिए बीएचयू जाने वाले लोगों के लिए हो रही है।

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