एक-दूसरे से गठजोड़ करने में जुटे भावी प्रत्याशी

त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची के जारी होने के साथ ह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 06:58 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 06:58 PM (IST)
एक-दूसरे से गठजोड़ करने में जुटे भावी प्रत्याशी
एक-दूसरे से गठजोड़ करने में जुटे भावी प्रत्याशी

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची के जारी होने के साथ ही चुनाव का बिगुल गांवों में बज चुका है। हर पद के दावेदार अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओं की गुणा-गणित में जुट गए हैं। वहीं जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के दावेदार आरक्षण की गणित में उलझकर दूसरे वार्डों में सुरक्षित जमीन की तलाश कर रहे हैं।

फतहपुर मंडाव में आरक्षण सूची जारी होने के बाद बड़े-बड़े दिग्गज जो प्रधान के चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित मानकर चल रहे थे वह धराशाई हो गए। वहीं कुछ दावेदार अपने अनुकूल आरक्षण पाकर सक्रिय हो गए हैं। सबसे बड़ी दिक्कत जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के दावेदारों के सामने उत्पन्न हो गई है। जो अपने वार्ड से दावेदारी की उम्मीद में मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए पिछले पांच वर्ष से लगा हुआ था। अचानक उसके वार्ड का आरक्षण बदल जाने से वह मायूस हो गया है और निवर्तमान प्रधानों के साथ ही वर्तमान प्रधान पद के दावेदारों की गणेश परिक्रमा में लगा हुआ है कि वह अपने वार्ड से उनकी जीत का सारथी बन जाएं। हालांकि निवर्तमान प्रधान जो आरक्षण के चलते इस बार चुनाव से बाहर हो गए हैं वह तो जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के दावेदारों में दिलचस्पी ले रहे हैं लेकिन प्रधान पद के वर्तमान दावेदार जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के दावेदारों के निवेदन को यह बात कहकर एक सिरे से खारिज कर दे रहे हैं कि आपके समर्थन के चक्कर में उनका गणित बिगड़ जाएगा। हालांकि चुनाव की घोषणा होने में काफी समय शेष है, ऐसे में तमाम दावेदारों के मैदान में उतरने और मैदान से हटने का सिलसिला अंतिम दौर तक चलेगा। इसमें किसके चुनाव लड़ने का रास्ता साफ होगा। यह नामांकन का दौर शुरू होने के बाद ही पता चलेगा।

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