अब विभागों से किराया वसूलेगा विकास भवन
ग्रामीण विकास के विकास भवन की जिम्मेदारी संभालने वाले विकास भवन के हर विभागों की किरायेदारी तय होगी। विकास भवन के रख-रखाव मरम्मत व रंगाई-पोताई पर लाखों रुपये खर्च आता है जो हर वर्ष संभव नहीं हो पाता। ऐसे में प्रत्येक विभागों से विकास भवन में हिस्सेदारी के मानक के अनुसार किरायदारी वसूल की जाएगी।
जागरण संवाददाता, मऊ : मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय अब विकास भवन में स्थित सभी विभागों के कार्यालयों से किराया वसूलेगा। अब इसी धन से विकास भवन की मरम्मत और रंगाई-पुताई का काम कराया जाएगा। यही नहीं जिन विभागों ने इम मद में आज तक धन नहीं खर्च किया है, उन सबका पिछला हिसाब भी चुकता किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके लिए सीडीओ की ओर से सभी विभागों को पत्र जारी किया जा रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी रामसिंह का कहना है कि विकास भवन के रख-रखाव, मरम्मत व रंगाई-पोताई पर लाखों रुपये खर्च आता है, जो हर वर्ष संभव नहीं हो पाता। ऐसे में प्रत्येक विभागों से विकास भवन में हिस्सेदारी के मानक के अनुसार किराया वसूला जाएगा। इसमें जिन विभागों ने पूर्व में मरम्मत आदि पर खर्च नहीं किया है उनसे पुराना हिसाब भी चुकता कराया जाएगा। विकास भवन में ग्राम विकास, जिला पंचायत राज विभाग, मनरेगा सेल, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, जिला सांख्यिकीय विभाग, उद्यान, पंचायत चुनाव, आरइएस, कृषि रक्षा इकाई सहित 19 विभागों का कार्यालय है। विकास भवन के मरम्मत, रखरखाव व रंगाई पोताई के लिए हर वर्ष लाखों रुपये का स्टीमेट तो बनता है परंतु पूरे विकास भवन की मरम्मत नहीं हो पाती। इसमें कई विभाग अपनी हिस्सेदारी भी नहीं निभाते। इसको देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने बड़ा फैसला लिया। उन्होंने सभी विभागों को आदेश जारी करने का निर्देश दिया है। इसमें अब हर विभाग की प्रतिमाह किराया तय होगा। साथ ही जिन विभागों ने पिछले वर्षों में हिस्सेदारी नहीं निभाई है वे पूर्व वर्षों का किराया भी देंगे। वर्जन--
विकास भवन स्थित सभी विभागों को किराएदारी के लिए निर्देश जारी किए जा रहे हैं। अब इसी धनराशि से पूरे भवन की मरम्मत व रखरखाव किया जाएगा।
-रामसिंह वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी।