रूपा की जिद और जुनून ने खड़ा कर दिया इज्जतघर

महिला शौचालय न होने पर होती थी टीसअकेले धरना देकर प्रशासन को कर दिया नतमस्तक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 11:01 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 06:10 AM (IST)
रूपा की जिद और जुनून ने खड़ा कर दिया इज्जतघर
रूपा की जिद और जुनून ने खड़ा कर दिया इज्जतघर

गगन राव पाटिल, मथुरा: रूपा लवानिया यूं तो साधारण महिला हैं, लेकिन उनकी जिद और जुनून ने उन्हें असाधारण महिलाओं की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया। प्रशासन को नतमस्तक करके इज्जतघर खड़ा करवाने वालीं रूपा आज अनेक महिलाओं का संबल बन चुकी हैं।

चंदनवन निवासी करीब 45 वर्षीय रूपा की होली गेट मार्ग पर होजरी की दुकान है। परिवार में भी सब ठीक-ठाक है। पति एडवोकेट हैं और दो बच्चे पढ़ रहे हैं। मगर आज से करीब चार वर्ष पहले अपनी और दूसरों की परेशानी को देख जिदगी बदल गई। रूपा बताती हैं कि जहां उनकी दुकान हैं, वहां आसपास कोई महिला शौचालय नहीं था। इससे उन्हें और दुकान पर आने वाले ग्राहकों के अलावा तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ती थी। लगभग एक वर्ष तक किसी के निजी शौचालय में जाकर काम चलाना पड़ा। इस बीच वह सार्वजनिक शौचालय के लिए एक साल तक नगर निगम और सांसद हेमा मालिनी के कार्यालय के चक्कर काटती रहीं। वहां से बस लगातार आश्वासन मिलता रहा। जब पानी हद से गुजर गया, तो एक दिन हाथ में तख्ती लेकर वे होली गेट चौराहे पर शौचालय बनवाने की मांग को लेकर खड़ी हो गईं। सुबह करीब 11 बजे से लेकर रात हो गई। मगर, वे अपने इरादे से डिगने को तैयार नहीं थीं। वहां से गुजरने वाले सैकड़ों लोग उन्हें देख रहे थे। कई लोग हंस रहे थे, तो कुछ पॉपुलरिटी पाने का हथकंडा समझ रहे थे। आखिरकार रात में नगर पालिका अध्यक्ष मनीषा गुप्ता आई और उन्होंने धरना खत्म करने का आग्रह किया। उन्होंने दावे के साथ कहा कि अगर शौचालय नहीं बना, तो वे खुद आपके साथ यहां खड़ी होंगी। बस इसमें समय लग सकता है। इस बात को मान उन्होंने धरना खत्म कर दिया।

उसके बाद अंतापाड़ा में शौचालय बनना शुरू हो गया। 15 अगस्त 2016 को बकायदा इसका उद्घाटन किया गया। उसके कुछ समय बाद छत्ता बाजार में भी शौचालय का निर्माण हुआ।

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