ब्रज को स्वच्छता का बनाएं मॉडल: मुख्यमंत्री

ब्रज क्षेत्र के तीर्थ स्थलों के संरक्षण करके दिया जाए मूल स्वरूप प्लास्टिक को प्रतिबंध लगाने को खड़ा किया जाए जनांदोलन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Sep 2019 12:04 AM (IST) Updated:Thu, 05 Sep 2019 06:33 AM (IST)
ब्रज को स्वच्छता का बनाएं मॉडल: मुख्यमंत्री
ब्रज को स्वच्छता का बनाएं मॉडल: मुख्यमंत्री

मथुरा, जासं। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने बुधवार को ब्रज को स्वच्छता का मॉडल बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि ब्रज क्षेत्र के तीर्थ स्थलों को संरक्षित कर उनको मूल स्वरूप देने का काम किया जाए।

योगी यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 सितंबर को आगमन की तैयारियों का जायजा लेने आए थे। जनप्रतिनिधियोंऔर अधिकारियों संग बैठक में उन्होंने कहा कि गोवंश से प्राप्त होने वाले गोबर से कई उत्पाद बनाने की जरूरत है। गोबर गैस से सिलिडर रीफिलिग की योजना बनाकर उस पर भी कार्य शुरू किया जाए। इससे उज्ज्वला योजना में लाभार्थियों को सस्ती कीमत पर गैस मिल सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक हर तरह से नुकसानदायक है। गोवंश इसे खा रहा है। इससे उसकी भूख और दूध देने की क्षमता पर प्रभाव पड़ रहा है। नाले-नालियों को भी पॉलीथिन चोक कर रही है। इसलिए सूबे को प्लास्टिक मुक्त करना है। ब्रज क्षेत्र को स्वच्छता का मॉडल बनाने के निर्देश दिए। कहा कि दो अक्टूबर तक सभी परिवारों में शौचालय का निर्माण करा दिया जाए। कहा कि ब्रजक्षेत्र के तीर्थों का संरक्षण कर उनको मूल स्वरूप में लाया जाए, ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।

मुख्यमंत्री ने गोशाला में पल रहे गोवंश की देखभाल पर बल देते हुए कहा कि बेसहारा गोवंश सड़क और खेतों पर नजर नहीं आना चाहिए। किसानों को भी गोवंश पालन के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

बैठक में पशु पालन एवं दुग्ध विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, विधायक पूरन प्रकाश, कारिदा सिंह, प्रमुख सचिव पशुपालन बीएल मीणा, कमिश्नर अनिल कुमार, एडीजी अजय आनंद, आइजी ए सतीश गणेश, डीएम सर्वज्ञराम मिश्र, एसएसपी शलभ माथुर, नगर आयुक्त रवींद्र कुमार मांदड़, सीडीओ रामनेवास आदि मौजूद रहे। पीएम ब्रजक्षेत्र में डेयरी उत्पादन योजना की करेंगे घोषणा

मथुरा: 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां वेटेरिनरी विश्वविद्यालय में आ रहे हैं। वे सूबे को 361 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे। मथुरा में डेयरी उत्पादन की क्षमता को साठ हजार लीटर से प्रतिदिन एक लाख लीटर बढ़ाने को योजना की भी घोषणा करेंगे।

बुधवार को करीब साढ़े 12 बजे विश्वविद्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने वेटेरिनरी में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों के साथ बैठक की।

प्रधानमंत्री टीकाकरण अभियान के लिए 40 वाहनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे। अभियान में शामिल हर दल चार सौ पशुओं का टीकाकरण करेगा। इस तरह एक ही दिन यानी 11 सितंबर को मथुरा में 16 हजार पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। ब्रज क्षेत्र में डेयरी उत्पादन क्षमता को 60 हजार लीटर से बढ़ाकर एक लाख लीटर तक पहुंचाने के लिए 171 करोड़ रुपये की योजना और 20 करोड़ रुपये की लागत से मथुरा में खारे पानी में झींगा मछली पालन की योजनाओं की भी प्रधानमंत्री घोषणा करेंगे। ऐसा होगा एफएमडी उन्मूलन कार्यक्रम

पशुधन, डेयरी व मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली में पत्रकारों को बताया कि बीमारी के चलते दुधारू पशुओं की दूध देने और प्रजनन की क्षमता बुरी तरह प्रभावित होती है। इससे पशु उत्पादों का निर्यात भी प्रभावित होने लगा है। फिलहाल दुनिया के विभिन्न देशों में यहां से होने वाले भैंस के मांस का निर्यात प्रभावित हो रहा है। आयातक देशों की आपत्तियों और घरेलू पशु पालकों की मुश्किलों को दूर करने के लिए सरकार ने आम बजट में ही 13500 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान कुल 500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। गाय, भैंस के साथ भेड़, बकरी और सूअर को भी शामिल किया जाएगा, ताकि इसके वायरस बचने नहीं पाएं। केंद्र और राज्यों के सहयोग से चलने वाले इस कार्यक्रम में अब सिर्फ केंद्र की पूरी हिस्सेदारी रहेगी। कार्यक्रम साल में बरसात से पहले और बाद में दो बार किया जाएगा। एफएमडी उन्मूलन कार्यक्रम जोनवार किया जाएगा। सरोगेट मदर के तौर पर किया जा सकता है देसी गायों का प्रयोग

पशुधन और डेयरी सेक्टर में उत्पादकता बढ़ाने के लिए आइवीएफ (इन वाइट्रो फर्टिलाइजेशन) जैसी टेक्नोलॉजी मुफीद साबित हो सकती है। इसके अलावा देसी व उम्रदराज गायों का उपयोग सरोगेट मदर के रूप में किया जा सकता है।

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