Mukhtar Ansari Death : तीन महीने मथुरा जेल में रहा था मुख्तार, टिफिन में गोश्त लेकर आए थे भाई अफजाल तो...

Mukhtar Ansari Death मुख्तार को गाजीपुर जेल से यहां शिफ्ट किया गया और 17 नंबर बैरक में रखा गया था। उसके बाद आगरा जेल शिफ्ट कर दिया गया था। मथुरा जेल में तीन नंबरदारों की ड्यूटी सुरक्षा को लगाई गई थी। इसके बाद भी मुख्तार को हमेशा अपनी जान का खतरा रहता था। यह मामला अफजाल ने संसद में उछाला और प्रोटोकाल न दिए जाने की शिकायत की थी।

By Jagran NewsEdited By: Mohammed Ammar Publish:Fri, 29 Mar 2024 04:00 AM (IST) Updated:Fri, 29 Mar 2024 04:00 AM (IST)
Mukhtar Ansari Death : तीन महीने मथुरा जेल में रहा था मुख्तार, टिफिन में गोश्त लेकर आए थे भाई अफजाल तो...
तीन महीने मथुरा जेल में रहा था मुख्तार, टिफिन में गोश्त लेकर आए थे भाई अफजाल तो...

जागरण संवाददाता, मथुरा। माफिया मुख्तार अंसारी मथुरा जेल में भी तीन माह बंद रह चूका है। मऊ दंगे में उसे यहां स्थानांतरित किया गया था। मऊ में 14 अक्टूबर 2005 में भरत मिलाप कार्यक्रम के दौरान दंगा भड़क गया था। आरोप लगा था कि तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी के इशारे पर सामूहिक दुष्कर्म का फर्जी मुकदमा मऊ कोतवाली में दर्ज कराया गए था। इस मामले में वर्ष 2010 में तीन माह तक जिला कारागार में मुख़्तार अंसारी को रखा गया था।

17 नंबर बैरक में रखा गया था 

मुख्तार को गाजीपुर जेल से यहां शिफ्ट किया गया और 17 नंबर बैरक में रखा गया था। उसके बाद आगरा जेल शिफ्ट कर दिया गया था। मथुरा जेल में तीन नंबरदारों की ड्यूटी सुरक्षा को लगाई गई थी। इसके बाद भी मुख्तार को हमेशा अपनी जान का खतरा रहता था।

यहां उनके भाई अफजाल अंसारी मुलाकात को आए और उनके पास टिफिन में मीट था, जिसे मुख्तार को खिलाना चाहते थे। मगर, उस वक्त तैनात अधीक्षक एक महिला थीं , उन्होंने अफजाल अंसारी को मय टिफिन अंदर नहीं जाने दिया। यह मामला अफजाल ने संसद में उछाला और प्रोटोकाल न दिए जाने की शिकायत की थी। जेल अधीक्षक ब्रजेश कुमार ने बताया कि करीब तीन माह तक जेल में मुख्तार रहा था।

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