यमुना को कचरे से पाटने पर भड़का गुस्सा, प्रदर्शन
गऊघाट पर यमुना मिशन के खिलाफ लोगों ने की नारेबाजी
जागरण संवाददाता, मथुरा: गऊघाट पर यमुना के किनारे कचरा डाल धारा को अवरूद्ध किया जा रहा है। इससे मंगलवार को लोगों का गुस्सा भड़क उठा। यह काम पर्यावरण बचाने के नाम पर यमुना मिशन कर रहा है। यमुना मिशन का दावा है कि वह यमुना से कचरा निकाल किनारे लगा रहा है। इसे लेकर सुबह गऊघाट पर प्रदर्शन हुआ। वहां काम कर रहे मजदूरों को भगा दिया। एहतियातन पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।
मथुरा में यमुना के 25 घाट हैं। इसमें गऊघाट के 12 दक्षिण में और 12 ही उत्तर में हैं। ध्रुव घाट से मोक्षधाम तक यमुना मिशन संस्था कचरा डालकर रास्ता बना रहा है। यह पाथवे किसके कहने पर किया जा रहा यह किसी को नहीं पता। इस बार यमुना में दो बार बाढ़ के हालात बनने से यह कचरा बह गया। अब पाथवे को दोबारा बनाया जा रहा है।
मंगलवार को सुबह यमुना में कचरे की ट्रालियां डलती देख आक्रोश भड़क उठा। त्रिलोकी व्यास, अनिल चतुर्वेदी, राजू महंत, नरेंद्र ठाकुर, बाूबी, प्रवीन खंडेलवाल, प्राण, सुनील अग्रवाल, आस मोहम्मद, अखिल, राहुल, गुड्डा पंडित, बब्बू पंडित, नरेंद्र सांवरिया, राहुल ¨सह, अब्दुल हसीब, अकरम, पवन पुजारी और अमजद आदि ने घाट पर पहुंच काम बंद करा दिया। मौके पर काम करते मजदूर भाग गए। -मिलीभगत के बिना संभव नहीं-
यमुना में लंबे समय से गिर रहा मलबा अफसरों की निगाहों से वंचित कैसे है। शहर से कचरा उठाने का काम नगर निगम का है। कार्यवाहक नगर आयुक्त अजीत कुमार ¨सह से जब बात की गई तो उन्होंने शासन से फोन आने की बात कह फोन काट दिया। इसके बाद वह व्यस्त हो गया। - यमुना में बहकर आ रही सिल्ट को यमुना मिशन एकत्रित कर उसे घाट किनारे कर रहा है। इसके ऊपर रेती डालकर पेड़-पौधे लगाकर क्षेत्र को हरियाली युक्त किया जा रहा है। जो लोग शिकायत कर रहा हैं वह गलत हैं।
- अनिल शर्मा, संयोजक यमुना मिशन