नेपालियों को लूट रहा संगठित गिरोह

जागरण संवाददाता, मथुरा: नेपाल से बड़ी संख्या में लोग ठेके पर महाराष्ट्र में मछली पकड़ने, चौकीदारी करने

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Mar 2018 11:59 PM (IST) Updated:Sat, 31 Mar 2018 11:59 PM (IST)
नेपालियों को लूट रहा संगठित गिरोह
नेपालियों को लूट रहा संगठित गिरोह

जागरण संवाददाता, मथुरा: नेपाल से बड़ी संख्या में लोग ठेके पर महाराष्ट्र में मछली पकड़ने, चौकीदारी करने, होटलों में काम करने के लिए आते हैं। जब वे साल-छह माह बाद लौटकर अपने वतन जाते हैं, तो मथुरा जंक्शन पर ट्रेन बदल कर पुराने बस स्टैंड से गौरीफंटा के लिए बस पकड़ते हैं। इसी बीच उनके साथ लूट-खसोट की जाती है। यह काम जंक्शन पर एक संगठित गिरोह कर रहा है। इसमें ऑटो, रिक्शा चालक और पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

दिल्ली, मुंबई, गुजरात और महाराष्ट्र की तरफ से आने वाले ट्रेनों से आने वाले नेपाली मथुरा जंक्शन पर उतरते हैं। यहां से वे पुराने बस स्टैंड से गौरीफंटा के लिए बस पकड़कर नेपाल के लिए रवाना होते हैं। मथुरा जंक्शन पर उतरते ही इनके पीछे एक संगठित गिरोह लग जाता है। जो इनसे अवैध वसूली करता है। सबसे पहले ऑटो और रिक्शा चालक इनको जंक्शन से बस स्टैंड तक ले जाने के लिए खींचतान करते हैं। ये यहां से पैदल ही मयूर विहार और छावनी स्टेशन होकर बस स्टैंड तक पहुंचते हैं। बस स्टेंड तक रिक्शा और ऑटो चालक इनका पीछा करते हैं। बीच में पुलिस इनको रोक लेती है। इनको भारत आने के कागज दिखाने के नाम पर डराया-धमका जाता है। इनके सामान की तलाशी ली जाती है। छोड़ने के नाम पर एक-एक नेपाली मजदूर से हजार-पांच सौ रुपये तक की वसूली की जा रही है। शनिवार को नेपाल जा रहे आरके शर्मा, पासा, बबलू और राजू ने बताया कि पुलिस कर्मी डराते हैं और जबरन उनसे धनराशि वसूल लेते हैं। विरोध करने पर उनको जेल भेजने की भी धमकी दी जाती है। धौली प्याऊ क्षेत्र के होटल संचालकों ने बताया कि नेपालियों से वसूली का काम रोजमर्रा का है। इस काम में रिक्शा चालक, ऑटो चालक और पुलिस का संगठित गिरोह काम रहा है।

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