एक्सप्रेस वे पर कोहरे की गिरफ्त में रफ्तार

शून्य तक पहुंच रही दृश्यता, दिन में लाइट जलाकर सफर तय कर रहे वाहन

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Feb 2019 12:42 AM (IST) Updated:Mon, 04 Feb 2019 12:42 AM (IST)
एक्सप्रेस वे पर कोहरे की गिरफ्त में रफ्तार
एक्सप्रेस वे पर कोहरे की गिरफ्त में रफ्तार

सुरीर(मथुरा), संवाद सूत्र। यमुना एक्सप्रेस वे पर रविवार को वाहनों की रफ्तार कोहरे की गिरफ्त में आ गई है। कहीं-कहीं ²श्यता शून्य तक पहुंच जाने से दिन में भी वाहनों को लाइट जलाकर रेंग-रेंगकर चलना पड़ा। रात में कोहरे के दौरान स्थिति ज्यादा खतरनाक दिख रही है। सड़क पर सेफ्टी लाइन और रिफ्लेक्टर नजर न आने से भगवान भरोसे सफर तय करना पड़ रहा है।

यमुना एक्सप्रेस वे पर कोहरे में राह देखने के लिए समुचित इंतजाम नहीं है। नोएडा से आगरा तक करीब 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे पर सेफ्टी लाइन (सफेद पट्टी) घिस जाने से कोहरे में साफ दिखाई नहीं दे रही है। रिफ्लेक्टर भी नजर नहीं आते हैं।

व्यापारी तरुण गुप्ता का कहना है कि आगरा से नोएडा तक वाहनों से महंगा टोल तो वसूला जा रहा है, लेकिन सुरक्षा और सुविधा के इंतजाम नहीं हैं। एक्सप्रेस वे पर कोहरे में सफर खतरे से कम नहीं है। रात के समय न तो सड़क पर सफेद पट्टी दिखती है और न ही रिफ्लेक्टर चमकते हैं। भूपेंद्र ¨सह राजपूत का कहना है कि एक्सप्रेस वे पर कोहरे में अक्सर बस, ट्रक समेत अन्य गाड़ियां टकरा जाती हैं। सैकड़ों लोगों को हर साल जान गंवानी पड़ रही है, लेकिन ऐसा लगता है कि सफर करने वालों की तकलीफों से किसी को कोई वास्ता नहीं है।

कार्यवाहक थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि शनिवार रात घना कोहरा था। मांट टोल से बाजना कट होकर सुरीर लौटने में उन्हें दो घंटा से भी अधिक समय लग गया। रविवार सुबह एक्सप्रेस पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई। तमाम चालक सड़क किनारे एवं टोल पर वाहनों को खड़ा कर कोहरा छंटने का इंतजार करते दिखाई दिए। ----------

टूटी फें¨सग और खुले में घूमते जानवर बने खतरा

यमुना एक्सप्रेस वे पर जगह-जगह टूटी पड़ी फें¨सग और छुट्टा जानवर भी कोहरे के दौरान खतरा बने हुए है। टूटी फें¨सग पर अक्सर दोपहिया वाहन चढ़ उतर रहे हैं। छुट्टा जानवर फें¨सग फलांग कर ऊपर चढ़ जाते हैं। इसकी वजह से कई हादसे हो चुके हैं।

chat bot
आपका साथी