सीएचसी पर डिजिटल एक्सरे, जिला अस्पताल खाली हाथ

मथुरा मरीजों के एक्सरे को लेकर सबसे ज्यादा दवाब जिला अस्पताल पर रहता है जिसके लिए शासन से लगातार डिजिटल एक्सरे मशीन की मांग की जा रही है। जबकि जिले में दो सीएचसी पर डिजिटल एक्सरे मशीन शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा चुकी हैं और जिला अस्पताल अभी तक खाली हाथ है। यहां 35 साल पुरानी एक्सरे मशीन से काम चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में राल और बलदेव सीएचसी सहित संयुक्त जिला अस्पताल वृंदावन में डिजिटल एक्सरे शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा चुकी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 Jun 2019 12:21 AM (IST) Updated:Sun, 30 Jun 2019 06:24 AM (IST)
सीएचसी पर डिजिटल एक्सरे, जिला अस्पताल खाली हाथ
सीएचसी पर डिजिटल एक्सरे, जिला अस्पताल खाली हाथ

जासं, मथुरा: मरीजों के एक्सरे को लेकर सबसे ज्यादा दबाव जिला अस्पताल पर रहता है, जिसके लिए शासन से लगातार डिजिटल एक्सरे मशीन की मांग की जा रही है। जबकि जिले में दो सीएचसी पर डिजिटल एक्सरे मशीन शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा चुकी हैं और जिला अस्पताल अभी तक खाली हाथ है। यहां 35 साल पुरानी एक्सरे मशीन से काम चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में राल और बलदेव सीएचसी सहित संयुक्त जिला अस्पताल वृंदावन में डिजिटल एक्सरे शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा चुकी।

गुणवत्ता की दृष्टि से डिजिटल एक्सरे का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है और शासन द्वारा सरकारी अस्पतालों में डिजिटल एक्सरे मशीन उपलब्ध भी कराई जा रही है, पर जिला अस्पताल को मांगने के बाद भी शासन डिजिटल एक्सरे मशीन उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। 35 साल पुरानी एक्सरे मशीन होने के कारण एक्सरे की क्वालिटी बेहद खराब है। जिला अस्पताल में रोज करीब 60-70 एक्सरे होते हैं। मशीन गर्म होने पर बीच-बीच में बंद कर उसे ठंडा करना पड़ता है। पिछले दिनो महानिदेशक परिवार कल्याण डॉ. नीना गुप्ता के निरीक्षण के दौरान भी डिजिटल एक्सरे मशीन दिलाए जाने की मांग सीएमएस द्वारा की गई और उन्होंने जल्द ही डिजिटल एक्सरे दिलाए जाने का भरोसा दिया। पहले भी निरीक्षण के दौरान शासन के आला अधिकारियों मांग की जा चुकी है।

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