निर्माण पर उबले कथित संत, गिरा दी दीवार

ब्रह्मांचल पर्वत पर बन रहा गेस्ट हाउस दीवार गिराई पुलिस से उलझे

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 May 2019 11:43 PM (IST) Updated:Tue, 14 May 2019 06:25 AM (IST)
निर्माण पर उबले कथित संत, गिरा दी दीवार
निर्माण पर उबले कथित संत, गिरा दी दीवार

बरसाना(मथुरा), संसू। विरोध अच्छी बात है और लोकतंत्र की ताकत भी, मगर समाज को मार्ग दिखाने वाले संत ही उपद्रवियों की तरह आचरण करने लगें तो क्या संदेश जाएगा। लाडली मंदिर के पास ब्रह्मांचल पर्वत पर श्रद्धालुओं की सुविधा को बन रही कैंटीन की दीवार को यहां आंदोलन कर रहे कथित संतों ने गिरा दिया। समझाने पर पुलिस से उलझ गए। पुलिस ने माहौल बिगड़ता देख संतों के साथ विरोध कर रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। कार्यदाई संस्था के जेई ने विरोध करने वाले संतों के खिलाफ तहरीर दी है।

ब्रह्मांचल पर्वत जहां लाडली राधारानी का मंदिर है उस पर उद्यान विभाग श्रद्धालुओं के लिए तीर्थ विकास परिषद के प्रस्ताव पर कैंटीन बना रहा है। यह कोई पहला निर्माण नहीं है। इसी पर्वत पर जयपुर मंदिर और मान मंदिर बने हुए हैं। जयपुर मंदिर में तो अस्थाई कैंटीन भी चलती है। सोमवार को यहां बन रही कैंटीन के विरोध में सुबह स्वामी कृष्णानन्द के साथ मधुसूदन दास, राजाराम दास, मनोहर दास, उड़िया बाबा, सर्वोत्तम दास, गुपाल दास के साथ करीब एक दर्जन साधु व कुछ महिला निर्माण स्थल पर पहुंच गए। इन्होंने पारंपरिक विरासत को बचाने का हवाला देते हुए निर्माणधीन कैंटीन की दीवार को तोड़ दिया। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह पुलिस बल को लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान दीवार तोड़ रहे साधुओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन उग्र हो चुके साधु रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। सूचना पर एसडीएम गोवर्धन नागेन्द्र कुमार सिंह व ब्रज तीर्थ विकास परिषद के डीसीओ पंकज वर्मा व गोवर्धन, कोसी थाना का भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गया। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए हापुड़ निवासी तरूण गर्ग को हिरासत में ले लिया। इसके बाद संत पहाड़ी पर बैठकर कीर्तन करने लगे। तमाम पुलिस बल के साथ सभी अधिकारियों में पहाड़ी पर बैठकर कैंटीन का निर्माण शुरू कराया। शाम को एसपी देहात आदित्य कुमार शुक्ला थाने पहुंचे। वर्जन----

इस कैंटीन का निर्माण देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खोला जा रहा है। विरोध करने वाले संतों में से आधे संतों ने पहाड़ी पर अतिक्रमण कर अपनी कुटिया बना रखी हैं। ऐसे संतों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

- नागेंद्र कुमार, उपजिलाधिकारी गोवर्धन बरसाना के संत और जनता इस विरोध में शामिल नहीं है। कैंटीन का विरोध कुछ बाहरी संत कर रहे हैं। इन संतों की मानसिकता बरसाना में अपनी धाक जमाने की है जिसे बरसाना की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी ।

- लक्ष्मण प्रसाद शर्मा, पूर्व जेल वि•िाटर ब्रह्मांचल पर्वत पर सबसे ज्यादा अतिक्रमण संतों ने कर रखा है। बरसाना में क्या विकास होगा क्या नहीं यह बाहर के कुछ संत या लोग तय नहीं करेंगे, बल्कि बरसाना के लोग तय करेंगे।

योगेंद्र सिंह छोंकर

सामाजिक कार्यकर्ता।

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