34 स्वास्थ्य इकाइयों पर 2537 मरीजों ने कराया चेकअप

मुख्यमंत्री आरोग्य मेला में 1604 लोगों का हुआ कोविड परीक्षण स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने किया निरीक्षण

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 05:13 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 05:13 AM (IST)
34 स्वास्थ्य इकाइयों पर 2537 मरीजों ने कराया चेकअप
34 स्वास्थ्य इकाइयों पर 2537 मरीजों ने कराया चेकअप

जागरण संवाददाता, मथुरा: लाकडाउन के दौरान बंद हुए मुख्यमंत्री आरोग्य मेला एक बार फिर शुरू हो गए हैं। शहर के आठ और देहात के 26 प्राथमिक व उप केंद्रों पर 2537 मरीजों का चेकअप किया गया और उन्हें दवाएं दी गई। इस दौरान 1604 लोगों का कोविड टेस्ट भी किया गया।

रविवार को जिले के 34 स्वास्थ्य केंद्रों पर सुबह दस बजे से मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने मरीजों का चेकअप किया। उन्हें सलाह भी मुहैया कराई गई। शहर के हैजा अस्पताल परिसर में डीएम नवनीत सिंह चहल, महापौर मुकेश आर्य बंधु ने आरोग्य मेला का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान डीएम ने सीएमओ से कहा कि ये मेला नियमित रूप से लगने चाहिए। सही तरीके से हर मरीज को दवा दी जाए। हर चिकित्सक की उपस्थिति सुनिश्चित कराए। तभी यह मेला सफल होंगे।

इस दौरान संयुक्त निदेशक डा. रविद्र गुप्ता, सीएमओ डा. रचना गुप्ता, एसीएमओ डा. पीके गुप्ता, डा. दिलीप कुमार, डा. राजीव गुप्ता, डा. अनुज कुमार, डीपीएम संजय सिहोरिया, डा. मानपाल, यूनिसेफ के मानवेंद्र सिह आदि मौजूद रहे। - सबसे अधिक त्वचा रोग के मिले मरीज-

स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम संजय सिहोरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेला में सबसे अधिक त्वचा के 562 तथा पेट के 542 रोगी मिले। इसके अलावा लिवर के 111 मरीज, सांस के 207, डायबिटीज के 66, रक्तअल्पता के 89, गर्भवती महिला 226 तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित 661 मरीज मिले। इसके अलावा आठ कुपोषित बच्चों को भी चिन्हित किया गया। उन्होंने बताया कि मेला के दौरान 251 लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए गए। 33 स्थानों पर लगाए गए मेला में 93 चिकित्सकों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर 1125 गर्भवती महिलाओं का हुआ चेकअप

मथुरा: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर 1125 महिलाओं का चेकअप किया गया।

इनमें से द्वितीय व तृतीय तिमाही में प्रथम बार प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में आई गर्भवती की संख्या 1025 थी। ज्यादा जोखिम वाली सौ गर्भवती चिन्हित की गई।

इनमें गर्भवती की यूरिन, हीमोग्लोविन, शुगर, सिफिलस, वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप की जांच की गई। जिसमें 12 महिलाएं उच्च जोखिम गर्भावस्था ( एचआरपी ) की थीं। सभी महिलाओ की एचआइवी, अल्ट्रासाउंड और कोविड -19 और स्वास्थ्य की जांच की गई।

महिला रोग विशेषज्ञों ने हर गर्भवती को गर्भावस्था में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी। एनएचएम की डीसीपीएम पारुल शर्मा ने बताया कि जिस गर्भवती ने अभी जांच नहीं कराई है। वह जांच कराकर दवा ले लें। गर्भवती को विटामिन व आयरन की गोलियां भी वितरण की गई।

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